UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 12: Email से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 12 in Hindi. Email related MCQs for UPSSSC Exams
UPSSSC कंप्यूटर प्रश्नों का अभ्यास करें: प्रैक्टिस सेट 12 - Email से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

नमस्ते साथियों! 👋
उत्तर प्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कनिष्ठ सहायक (Junior Assistant), वन रक्षक (Forest Guard), आशुलिपिक (Stenographer), और नक़्शानवीस (Draftsman) की तैयारी में जुटे आप सभी का Rojgarbytes पर स्वागत है।

जैसा कि आप जानते हैं, UPSSSC आयोग ने आगामी महीनों में इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं की घोषणा की है। इन सभी परीक्षाओं में कंप्यूटर ज्ञान (Computer Knowledge) एक महत्वपूर्ण एवं स्कोरिंग विषय है। इसी को ध्यान में रखते हुए, हम आपके लिए UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set की एक विशेष सीरीज शुरू किया है जिसमें हम पूरे सिलेबस को टॉपिक वाइज कवर कर रहे हैं। यह प्रैक्टिस सेट सीरीज आगामी सभी UPSSSC परीक्षाओं के लिए रामबाण साबित होगी क्योंकि इन सभी परीक्षाओं का कंप्यूटर सिलेबस (Computer Syllabus) लगभग समान है।

यह इस सीरीज का Practice Set No. 12 है जिसमें हम 'Email से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न ' अध्याय को कवर करेंगे। इसमें हमने परीक्षा के दृष्टिकोण से 15 सबसे महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) को उनके विस्तृत स्पष्टीकरण (Detailed explanation) के साथ शामिल किया है। यह प्रैक्टिस सेट आपकी तैयारी को अंतिम रूप देने और पूरे सिलेबस का तेजी से रिवीजन करने में मदद करेगा।

इस Practice Set में आपको मिलेगा / In this Mock Test you will get:

  1. UPSSSC आयोग स्तर के 15 महत्वपूर्ण कंप्यूटर MCQs (Model Question Paper)।
  2. प्रश्नों के सटीक उत्तर और अन्य विकल्पों सहित विस्तृत व्याख्या (full Explanation)।
  3. दोनों भाषाओं (हिंदी + English) में, ताकि कोई भी छात्र भाषा को लेकर असहज न हो।

नोट: यह Practice Set आपके कंप्यूटर एग्जाम की तैयारी को मजबूत करने के लिए बनाया गया है। हमारा लक्ष्य आपको हर तरह से बेहतर बनाना है ताकि आप एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकें। यह सिर्फ एक Practice Set है, इसलिए हम इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि एग्जाम में यही प्रश्न आएंगे।

UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 12: Email से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

Test your Computer Knowledge for UPSSSC Exam and check live score here.

अभ्यर्थियों के लिए निर्देश / Instructions for Candidates

  1. यहाँ कुल 15 प्रश्न दिये गए हैं। सभी प्रश्नों के अंक समान हैं। There are a total of 15 questions. All questions carry equal marks.
  2. प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक-चौथाई अंक काटा जाएगा। One-fourth mark will be deducted for each wrong answer.
  3. यदि कोई प्रश्न अनुत्तरित रह जाता है तो परिणाम प्रदर्शित नहीं होगा। If any question is left unanswered, the result will not be displayed.
Question 1:

आधुनिक ईमेल के जनक के रूप में किसे जाना जाता है, जिन्होंने 1971 में ARPANET पर पहला ईमेल भेजा और '@' प्रतीक का उपयोग किया? (Who is known as the father of modern email, who sent the first email on ARPANET in 1971 and used the '@' symbol?)

  • a) टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee)
  • b) विंट सर्फ़ (Vint Cerf)
  • c) रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson)
  • d) शिवा अय्यादुरई (Shiva Ayyadurai)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson)

Explanation:

रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson), एक अमेरिकी कंप्यूटर प्रोग्रामर, को व्यापक रूप से ईमेल का आविष्कारक (inventor of email) माना जाता है। 1971 में, उन्होंने ARPANET (इंटरनेट का अग्रदूत) पर पहला नेटवर्क ईमेल भेजने का कार्यक्रम लागू किया। उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान '@' प्रतीक का उपयोग करना था ताकि उपयोगकर्ता के नाम को उसके होस्ट कंप्यूटर के नाम से अलग किया जा सके (`user@host`)। यह प्रारूप आज भी ईमेल पतों के लिए मानक है।

अन्य विकल्प (Other Options):

  • a) टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee): इन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web - WWW) का आविष्कार किया था।
  • b) विंट सर्फ़ (Vint Cerf): इन्हें बॉब कान (Bob Kahn) के साथ "इंटरनेट का जनक" (Father of the Internet) माना जाता है क्योंकि उन्होंने TCP/IP प्रोटोकॉल विकसित किया था।
  • d) शिवा अय्यादुरई (Shiva Ayyadurai): उनका दावा है कि उन्होंने 1978 में "EMAIL" नामक एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया था, लेकिन रे टॉमलिंसन का काम पहले का है और नेटवर्क ईमेल की नींव माना जाता है।
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (c) है।
Question 2:

एक ईमेल संदेश के दो मुख्य भाग होते हैं: ______ और ______। (An email message consists of two main parts: the ______ and the ______.)

  • a) विषय (Subject), अटैचमेंट (Attachment)
  • b) प्रेषक (Sender), प्राप्तकर्ता (Recipient)
  • c) हैडर (Header), बॉडी (Body)
  • d) इनबॉक्स (Inbox), आउटबॉक्स (Outbox)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) हैडर (Header), बॉडी (Body)

Explanation:

संरचनात्मक रूप से, प्रत्येक ईमेल संदेश दो मुख्य खंडों में विभाजित होता है:

  1. हैडर (Header): इसमें ईमेल के बारे में मेटा-जानकारी (meta-information) होती है। इसमें प्रेषक (From), प्राप्तकर्ता (To, Cc, Bcc), विषय (Subject), दिनांक (Date), और संदेश को रूट करने के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न तकनीकी जानकारी (जैसे Message-ID, Return-Path) शामिल होती है।
  2. बॉडी (Body): यह संदेश का मुख्य भाग है, जिसमें वास्तविक टेक्स्ट, चित्र, और लिंक होते हैं। बॉडी के बाद एक अटैचमेंट (Attachment) सेक्शन भी हो सकता है, जहाँ फाइलें संलग्न की जाती हैं।

अन्य विकल्प (Other Options):

  • a) विषय और अटैचमेंट दोनों हैडर और बॉडी के हिस्से हैं, लेकिन ये दो मुख्य संरचनात्मक भाग नहीं हैं।
  • b) प्रेषक और प्राप्तकर्ता हैडर का हिस्सा हैं।
  • d) इनबॉक्स और आउटबॉक्स ईमेल क्लाइंट में फ़ोल्डर हैं, न कि किसी एक ईमेल संदेश के हिस्से।
Question 3:

यदि आप कई लोगों को एक ईमेल भेजना चाहते हैं, लेकिन आप नहीं चाहते कि कोई भी प्राप्तकर्ता दूसरों के ईमेल पते देख सके, तो आपको उनके ईमेल पते किस फ़ील्ड में रखने चाहिए? (If you want to send an email to many people, but you do not want any recipient to see the email addresses of others, in which field should you place their email addresses?)

  • a) To (टू)
  • b) Cc (सीसी)
  • c) Bcc (बीसीसी)
  • d) Subject (विषय)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) Bcc (बीसीसी)

Explanation:

ईमेल में प्राप्तकर्ताओं के लिए तीन मुख्य फ़ील्ड होते हैं:

  • To (टू): प्राथमिक प्राप्तकर्ताओं के लिए। इस फ़ील्ड के सभी पते अन्य सभी प्राप्तकर्ताओं को दिखाई देते हैं।
  • Cc (कार्बन कॉपी / Carbon Copy): द्वितीयक प्राप्तकर्ताओं के लिए, जिन्हें सूचित रखने की आवश्यकता होती है। इस फ़ील्ड के पते भी सभी को दिखाई देते हैं।
  • Bcc (ब्लाइंड कार्बन कॉपी / Blind Carbon Copy): उन प्राप्तकर्ताओं के लिए जिनके पते आप दूसरों से छिपाना चाहते हैं। Bcc फ़ील्ड में सूचीबद्ध कोई भी प्राप्तकर्ता To, Cc, या अन्य Bcc प्राप्तकर्ताओं के पते नहीं देख सकता है। यह गोपनीयता बनाए रखने और बड़ी सूचियों में स्पैम को रोकने के लिए उपयोगी है।
Question 4:

ईमेल प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले दो सबसे आम प्रोटोकॉल कौन से हैं? (What are the two most common protocols used for retrieving emails?)

  • a) SMTP और HTTP
  • b) POP3 और IMAP
  • c) FTP और SMTP
  • d) HTTP और FTP
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: b) POP3 और IMAP

Explanation:

ईमेल प्रणाली में तीन मुख्य प्रोटोकॉल होते हैं:

  1. SMTP (Simple Mail Transfer Protocol): इसका उपयोग ईमेल भेजने (sending emails) के लिए किया जाता है। जब आप "Send" पर क्लिक करते हैं, तो आपका ईमेल क्लाइंट SMTP का उपयोग करके आपके मेल सर्वर पर ईमेल भेजता है, जो फिर इसे प्राप्तकर्ता के मेल सर्वर पर भेजता है।
  2. POP3 (Post Office Protocol version 3): इसका उपयोग सर्वर से ईमेल प्राप्त करने या डाउनलोड करने (retrieving or downloading emails) के लिए किया जाता है। POP3 आमतौर पर सर्वर से ईमेल डाउनलोड करता है और फिर उन्हें सर्वर से हटा देता है (हालांकि इसे सर्वर पर एक प्रति छोड़ने के लिए कॉन्फ़िगर किया जा सकता है)।
  3. IMAP (Internet Message Access Protocol): यह भी ईमेल प्राप्त करने (retrieving emails) के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह POP3 से अधिक उन्नत है। IMAP सर्वर पर ईमेल संग्रहीत करता है और कई उपकरणों के बीच ईमेल को सिंक्रनाइज़ (synchronize) करता है। यदि आप अपने फ़ोन पर कोई ईमेल पढ़ते हैं, तो वह आपके लैपटॉप पर भी पढ़ा हुआ दिखाई देगा।

इसलिए, ईमेल प्राप्त करने के लिए POP3 और IMAP सबसे आम प्रोटोकॉल हैं।

Question 5:

सूची-I को सूची-II से सुमेलित करें और सही कोड चुनें: (Match List-I with List-II and select the correct code:)

सूची-I (प्रोटोकॉल / Protocol) सूची-II (डिफ़ॉल्ट पोर्ट नंबर / Default Port Number)
(P) SMTP (1) 143
(Q) POP3 (2) 25
(R) IMAP (3) 110
  • a) P-1, Q-2, R-3
  • b) P-3, Q-1, R-2
  • c) P-2, Q-3, R-1
  • d) P-2, Q-1, R-3
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) P-2, Q-3, R-1

Explanation:

नेटवर्क संचार में, पोर्ट नंबर (Port Numbers) का उपयोग किसी विशिष्ट एप्लिकेशन या सेवा की पहचान करने के लिए किया जाता है। ईमेल प्रोटोकॉल के लिए मानक डिफ़ॉल्ट पोर्ट हैं:

  • (P) SMTP (Simple Mail Transfer Protocol): ईमेल भेजने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका डिफ़ॉल्ट पोर्ट 25 है। इसके सुरक्षित संस्करण, SMTPS (SMTP Secure), के लिए पोर्ट 465 या 587 का उपयोग किया जाता है।
  • (Q) POP3 (Post Office Protocol 3): ईमेल प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका डिफ़ॉल्ट पोर्ट 110 है। इसके सुरक्षित संस्करण, POP3S, के लिए पोर्ट 995 का उपयोग किया जाता है।
  • (R) IMAP (Internet Message Access Protocol): ईमेल को सर्वर के साथ सिंक्रनाइज़ करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका डिफ़ॉल्ट पोर्ट 143 है। इसके सुरक्षित संस्करण, IMAPS, के लिए पोर्ट 993 का उपयोग किया जाता है।

अतः, सही मिलान P-2, Q-3, R-1 है।

Question 6:

अभिकथन (A): ईमेल भेजने वाले की पहचान को आसानी से धोखा दिया जा सकता है, जिससे 'ईमेल स्पूफिंग' नामक हमला हो सकता है। (The identity of an email sender can be easily forged, leading to an attack called 'Email Spoofing'.)
कारण (R): SMTP प्रोटोकॉल में मूल रूप से मजबूत प्रमाणीकरण तंत्र का अभाव है। (The SMTP protocol inherently lacks strong authentication mechanisms in its original design.)

कोड के संदर्भ में सही उत्तर चुनें: (Choose the correct answer in the context of the codes:)

  • a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है। ((A) and (R) are both true and (R) is the correct explanation of (A).)
  • b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है। ((A) and (R) are both true, but (R) is not the correct explanation of (A).)
  • c) (A) सत्य है, लेकिन (R) असत्य है। ((A) is true, but (R) is false.)
  • d) (A) असत्य है, लेकिन (R) सत्य है। ((A) is false, but (R) is true.)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है। ((A) and (R) are both true and (R) is the correct explanation of (A).)

Explanation:

  • अभिकथन (A): यह कथन सत्य है। ईमेल स्पूफिंग (Email Spoofing) एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग एक फर्जी प्रेषक पते के साथ ईमेल संदेश बनाने के लिए किया जाता है। हमलावर अक्सर ऐसा करते हैं ताकि ईमेल किसी विश्वसनीय स्रोत (जैसे बैंक या सहकर्मी) से आया हुआ लगे, जिसका उपयोग फ़िशिंग (phishing) हमलों में किया जाता है।
  • कारण (R): यह कथन भी सत्य है। जब SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) को मूल रूप से डिज़ाइन किया गया था, तो यह एक खुले और भरोसेमंद नेटवर्क (ARPANET) के लिए था। इसलिए, इसमें यह सत्यापित करने के लिए कोई अंतर्निहित (built-in) तंत्र नहीं था कि "From" फ़ील्ड में भेजा गया पता वास्तव में प्रेषक का है। यह अंतर्निहित कमजोरी ही ईमेल स्पूफिंग को संभव बनाती है।

चूंकि (R) सीधे तौर पर बताता है कि (A) क्यों संभव है, इसलिए (R), (A) की सही व्याख्या है। इस समस्या को हल करने के लिए SPF, DKIM, और DMARC जैसे बाद के तंत्र विकसित किए गए हैं।

Question 7:

ईमेल प्रमाणीकरण तंत्र के संबंध में निम्नलिखित में से कितने कथन सत्य हैं? (How many of the following statements regarding email authentication mechanisms are true?)

  1. SPF (Sender Policy Framework) यह सत्यापित करने के लिए DNS रिकॉर्ड का उपयोग करता है कि एक आईपी पता किसी विशेष डोमेन से ईमेल भेजने के लिए अधिकृत है। (SPF uses DNS records to verify that an IP address is authorized to send email from a particular domain.)
  2. DKIM (DomainKeys Identified Mail) ईमेल में एक डिजिटल हस्ताक्षर जोड़ता है, जो यह साबित करता है कि संदेश को पारगमन में बदला नहीं गया है। (DKIM adds a digital signature to an email, proving the message wasn't altered in transit.)
  3. DMARC (Domain-based Message Authentication, Reporting & Conformance) SPF और DKIM के परिणामों का उपयोग करके यह निर्धारित करता है कि किसी अप्रामाणिक ईमेल को अस्वीकार किया जाए या क्वारंटाइन किया जाए। (DMARC uses the results of SPF and DKIM to determine whether to reject or quarantine an unauthenticated email.)
  • a) केवल 1 (Only 1)
  • b) केवल 2 (Only 2)
  • c) सभी 3 (All 3)
  • d) केवल 1 और 2 (Only 1 and 2)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) सभी 3 (All 3)

Explanation:

ये तीनों ईमेल स्पूफिंग और फ़िशिंग से निपटने के लिए आधुनिक ईमेल सुरक्षा के स्तंभ हैं। तीनों कथन सत्य हैं।

  1. SPF (Sender Policy Framework): यह एक DNS TXT रिकॉर्ड में उन सभी मेल सर्वरों (IP पतों) की एक सूची प्रकाशित करके काम करता है जिन्हें एक डोमेन की ओर से ईमेल भेजने की अनुमति है। जब कोई मेल सर्वर उस डोमेन से एक ईमेल प्राप्त करता है, तो वह यह जांचता है कि भेजने वाले सर्वर का IP पता SPF रिकॉर्ड में सूचीबद्ध है या नहीं।
  2. DKIM (DomainKeys Identified Mail): यह क्रिप्टोग्राफ़िक रूप से ईमेल के हेडर और बॉडी पर हस्ताक्षर करने के लिए पब्लिक-की क्रिप्टोग्राफी (public-key cryptography) का उपयोग करता है। प्रेषक अपने निजी कुंजी (private key) से हस्ताक्षर करता है, और प्राप्तकर्ता का सर्वर प्रेषक के DNS रिकॉर्ड में प्रकाशित सार्वजनिक कुंजी (public key) का उपयोग करके हस्ताक्षर को सत्यापित करता है। यह संदेश की अखंडता (integrity) सुनिश्चित करता है।
  3. DMARC (Domain-based Message Authentication, Reporting & Conformance): यह SPF और DKIM के ऊपर एक नीति परत (policy layer) है। एक डोमेन स्वामी DMARC का उपयोग करके यह निर्दिष्ट कर सकता है कि यदि कोई ईमेल SPF या DKIM जांच में विफल रहता है तो प्राप्तकर्ता सर्वर को क्या करना चाहिए (उदाहरण के लिए, `reject`, `quarantine`, या `none`)। यह रिपोर्टिंग की सुविधा भी देता है।
Question 8:

ईमेल वितरण प्रक्रिया में, MX रिकॉर्ड (Mail Exchanger Record) की क्या भूमिका है? (In the email delivery process, what is the role of an MX Record (Mail Exchanger Record)?)

  • a) यह प्रेषक के ईमेल पते को प्रमाणित करता है। (It authenticates the sender's email address.)
  • b) यह एक डोमेन नाम को उसके संबंधित वेब सर्वर के आईपी पते पर मैप करता है। (It maps a domain name to its corresponding web server's IP address.)
  • c) यह एक डोमेन के लिए ईमेल प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार मेल सर्वर को निर्दिष्ट करता है। (It specifies the mail server responsible for receiving emails for a domain.)
  • d) यह भेजे गए ईमेल की एक प्रति संग्रहीत करता है। (It stores a copy of the sent email.)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) यह एक डोमेन के लिए ईमेल प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार मेल सर्वर को निर्दिष्ट करता है। (It specifies the mail server responsible for receiving emails for a domain.)

Explanation:

MX रिकॉर्ड डोमेन नेम सिस्टम (DNS) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब आप `someone@example.com` पर एक ईमेल भेजते हैं, तो आपका मेल सर्वर `example.com` डोमेन के लिए मेल कहाँ भेजना है, यह जानने के लिए DNS से पूछता है।

  • DNS में `example.com` के लिए MX रिकॉर्ड उस डोमेन के लिए मेल सर्वर (या सर्वरों) का नाम निर्दिष्ट करेगा (जैसे, `mail.example.com`)।
  • इसके बाद आपका सर्वर उस मेल सर्वर के A रिकॉर्ड (A Record) को देखेगा ताकि उसका IP पता मिल सके और फिर उस IP पते पर ईमेल भेज सके।
  • संक्षेप में, MX रिकॉर्ड एक पते की तरह काम करता है जो इंटरनेट को बताता है कि किसी विशेष डोमेन के लिए मेल कहाँ डिलीवर करना है।
Question 9:

निम्नलिखित में से कौन सा एक वैध ईमेल पते का उदाहरण है? (Which of the following is an example of a valid email address?)

  • a) john.doe@website
  • b) jane.doe@.com
  • c) user@example.com
  • d) my email@server.com
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) user@example.com

Explanation:

एक मानक ईमेल पते की संरचना `local-part@domain` होती है।

  • लोकल-पार्ट (local-part): '@' से पहले का हिस्सा। इसमें अक्षर, संख्याएं और कुछ विशेष वर्ण हो सकते हैं।
  • डोमेन (domain): '@' के बाद का हिस्सा। इसमें एक डोमेन नाम और एक टॉप-लेवल डोमेन (TLD) होता है, जो एक डॉट (.) से अलग होता है।

c) user@example.com: इसमें एक वैध लोकल-पार्ट ('user') और एक वैध डोमेन ('example.com') है।

अमान्य विकल्प (Invalid Options):

  • a) john.doe@website: इसमें टॉप-लेवल डोमेन (जैसे .com, .in) नहीं है।
  • b) jane.doe@.com: डोमेन नाम डॉट से शुरू नहीं हो सकता
  • d) my email@server.com: लोकल-पार्ट में स्पेस (space) की अनुमति नहीं है
Question 10:

यदि आपको एक ईमेल वापस मिलता है जिसमें कहा गया है कि "Mailbox full", तो यह किस प्रकार की ईमेल बाउंस का संकेत देता है? (If you receive an email back stating "Mailbox full," what type of email bounce does this indicate?)

  • a) हार्ड बाउंस (Hard Bounce)
  • b) सॉफ्ट बाउंस (Soft Bounce)
  • c) स्पैम रिपोर्ट (Spam Report)
  • d) ऑटो-रिप्लाई (Auto-reply)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: b) सॉफ्ट बाउंस (Soft Bounce)

Explanation:

ईमेल बाउंस (Email Bounce) तब होता है जब एक ईमेल संदेश स्थायी या अस्थायी कारणों से अपने इच्छित प्राप्तकर्ता तक नहीं पहुंच पाता है।

  • सॉफ्ट बाउंस (Soft Bounce): यह एक अस्थायी (temporary) विफलता का संकेत देता है। इसका मतलब है कि ईमेल पता वैध है, लेकिन किसी अस्थायी समस्या के कारण ईमेल डिलीवर नहीं हो सका। सामान्य कारण हैं:
    • प्राप्तकर्ता का मेलबॉक्स भरा हुआ है (Mailbox full)।
    • मेल सर्वर अस्थायी रूप से ऑफ़लाइन है (Server is temporarily offline)।
    • ईमेल संदेश बहुत बड़ा है (Email message is too large)।
  • हार्ड बाउंस (Hard Bounce): यह एक स्थायी (permanent) विफलता का संकेत देता है। इसका मतलब है कि ईमेल कभी भी डिलीवर नहीं किया जा सकता है। सामान्य कारण हैं:
    • ईमेल पता मौजूद नहीं है (Email address does not exist)।
    • डोमेन नाम मौजूद नहीं है (Domain name does not exist)।
    • प्राप्तकर्ता के सर्वर ने डिलीवरी को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है।
Question 11:

`user+tag@example.com` जैसे ईमेल पते में `+tag` भाग को क्या कहा जाता है? (In an email address like `user+tag@example.com`, what is the `+tag` part called?)

  • a) एलियास (Alias)
  • b) पुनीकोड (Punycode)
  • c) सब-एड्रेसिंग (Sub-addressing)
  • d) कैच-ऑल (Catch-all)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) सब-एड्रेसिंग (Sub-addressing)

Explanation:

सब-एड्रेसिंग (Sub-addressing), जिसे प्लस एड्रेसिंग (plus addressing) या टैग्ड एड्रेसिंग (tagged addressing) के रूप में भी जाना जाता है, कई मेल सर्वरों द्वारा समर्थित एक सुविधा है।

  • यह उपयोगकर्ताओं को उनके ईमेल पते के लोकल-पार्ट में एक प्लस चिह्न `(+)` और उसके बाद एक टेक्स्ट स्ट्रिंग (टैग) जोड़कर अस्थायी या विशिष्ट पते बनाने की अनुमति देता है।
  • सर्वर `+` और उसके बाद के टेक्स्ट को अनदेखा करता है और ईमेल को मुख्य पते (`user@example.com`) पर डिलीवर करता है।
  • यह ईमेल को फ़िल्टर करने, साइन-अप को ट्रैक करने, या यह देखने के लिए बहुत उपयोगी है कि कौन सी सेवा आपकी जानकारी बेच रही है। उदाहरण के लिए, आप `user+socialmedia@example.com` का उपयोग सोशल मीडिया साइन-अप के लिए कर सकते हैं और फिर उस पते पर आने वाले सभी ईमेल को फ़िल्टर कर सकते हैं।
Question 12:

निम्नलिखित में से कौन सा समूह केवल ईमेल सेवा प्रदाताओं (Email Service Providers) का प्रतिनिधित्व करता है? (Which of the following groups represents only Email Service Providers?)

  • a) Gmail, Outlook, Yahoo Mail
  • b) Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge
  • c) Microsoft Word, Excel, PowerPoint
  • d) Facebook, Twitter, Instagram
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: a) Gmail, Outlook, Yahoo Mail

Explanation:

एक ईमेल सेवा प्रदाता (Email Service Provider - ESP) एक कंपनी है जो ईमेल होस्टिंग सेवाएं प्रदान करती है।

  • a) Gmail (by Google), Outlook (by Microsoft), और Yahoo Mail (by Yahoo): ये दुनिया के कुछ सबसे लोकप्रिय वेब-आधारित ईमेल सेवा प्रदाता हैं जो व्यक्तियों और व्यवसायों को ईमेल खाते प्रदान करते हैं।

अन्य विकल्प (Other Options):

  • b): ये वेब ब्राउज़र (Web Browsers) हैं।
  • c): ये माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट के उत्पादकता सॉफ्टवेयर (productivity software) हैं।
  • d): ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platforms) हैं।
Question 13:

Punycode का उपयोग ईमेल और वेब पतों के संदर्भ में क्यों किया जाता है? (Why is Punycode used in the context of email and web addresses?)

  • a) ईमेल अटैचमेंट को एन्क्रिप्ट करने के लिए (To encrypt email attachments)
  • b) ईमेल पतों में विशेष वर्णों जैसे `+` और `.` को संभालने के लिए (To handle special characters like `+` and `.` in email addresses)
  • c) गैर-ASCII वर्णों (जैसे हिंदी या चीनी) वाले डोमेन नामों को ASCII-संगत प्रारूप में बदलने के लिए (To convert domain names with non-ASCII characters (like Hindi or Chinese) into an ASCII-compatible format)
  • d) यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी ईमेल केवल टेक्स्ट प्रारूप में भेजे जाते हैं (To ensure all emails are sent in plain text format only)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: c) गैर-ASCII वर्णों (जैसे हिंदी या चीनी) वाले डोमेन नामों को ASCII-संगत प्रारूप में बदलने के लिए (To convert domain names with non-ASCII characters (like Hindi or Chinese) into an ASCII-compatible format)

Explanation:

डोमेन नेम सिस्टम (DNS) ऐतिहासिक रूप से केवल ASCII (American Standard Code for Information Interchange) वर्णों के एक सीमित सेट का समर्थन करने के लिए बनाया गया था (A-Z, 0-9, और हाइफ़न)।

  • Punycode एक विशेष एन्कोडिंग सिंटैक्स है जिसका उपयोग अंतर्राष्ट्रीयकृत डोमेन नाम (Internationalized Domain Names - IDNs) को एक ASCII-संगत स्ट्रिंग में अनुवाद करने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण के लिए, एक हिंदी डोमेन नाम जैसे `उदाहरण.com` को DNS द्वारा संसाधित करने से पहले Punycode का उपयोग करके एक ASCII स्ट्रिंग (जैसे `xn--p1b6ci4b4b.com`) में बदल दिया जाएगा।
  • यह दुनिया भर के लोगों को अपनी स्थानीय भाषाओं और लिपियों में डोमेन नामों का उपयोग करने की अनुमति देता है, जबकि अंतर्निहित इंटरनेट अवसंरचना के साथ संगतता बनी रहती है।
Question 14:

निम्नलिखित में से कौन ईमेल सुरक्षा के लिए सबसे अच्छा अभ्यास (best practice) नहीं है? (Which of the following is NOT a best practice for email security?)

  • a) अज्ञात प्रेषकों से आए अटैचमेंट को खोलना (Opening attachments from unknown senders)
  • b) मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करना (Using strong and unique passwords)
  • c) जहाँ भी संभव हो, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को सक्षम करना (Enabling Two-Factor Authentication (2FA) wherever possible)
  • d) फ़िशिंग ईमेल की पहचान करना और उनकी रिपोर्ट करना (Identifying and reporting phishing emails)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: a) अज्ञात प्रेषकों से आए अटैचमेंट को खोलना (Opening attachments from unknown senders)

Explanation:

यह प्रश्न सामान्य ज्ञान और सुरक्षा जागरूकता का परीक्षण करता है।

  • a) अज्ञात प्रेषकों से आए अटैचमेंट को खोलना: यह एक बहुत ही खराब अभ्यास है और सबसे आम तरीकों में से एक है जिससे कंप्यूटर मैलवेयर (Malware), वायरस (Viruses) या रैंसमवेयर (Ransomware) से संक्रमित होते हैं। अज्ञात या अविश्वसनीय स्रोतों से आए अटैचमेंट को कभी नहीं खोलना चाहिए।

अन्य विकल्प (Other Options):

  • b), c), और d) सभी ईमेल सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण और अनुशंसित सर्वोत्तम अभ्यास हैं। मजबूत पासवर्ड, 2FA और फ़िशिंग के प्रति जागरूकता आपके खाते को अनधिकृत पहुंच से बचाने में मदद करती है।
Question 15:

ईमेल के कानूनी और नैतिक पहलुओं के संदर्भ में, CAN-SPAM Act (एक अमेरिकी कानून) का प्राथमिक उद्देश्य क्या है? (In the context of legal and ethical aspects of email, what is the primary purpose of the CAN-SPAM Act (a U.S. law)?)

  • a) यह सुनिश्चित करना कि सभी ईमेल सामग्री एन्क्रिप्टेड हो (To ensure all email content is encrypted)
  • b) वाणिज्यिक ईमेल संदेशों के लिए नियम स्थापित करना और प्राप्तकर्ताओं को आपसे ईमेल प्राप्त करना बंद करने का अधिकार देना (To set rules for commercial email messages and give recipients the right to have you stop emailing them)
  • c) सरकारी एजेंसियों को बिना वारंट के ईमेल की निगरानी करने की अनुमति देना (To allow government agencies to monitor emails without a warrant)
  • d) ईमेल सेवा प्रदाताओं को उपयोगकर्ता डेटा को 30 दिनों से अधिक रखने से रोकना (To prevent email service providers from retaining user data for more than 30 days)
  • e) इनमें से कोई नहीं (None of these)
Correct: b) वाणिज्यिक ईमेल संदेशों के लिए नियम स्थापित करना और प्राप्तकर्ताओं को आपसे ईमेल प्राप्त करना बंद करने का अधिकार देना (To set rules for commercial email messages and give recipients the right to have you stop emailing them)

Explanation:

CAN-SPAM Act (Controlling the Assault of Non-Solicited Pornography And Marketing Act of 2003) संयुक्त राज्य अमेरिका का एक कानून है जो वाणिज्यिक ईमेल के लिए नियम निर्धारित करता है

  • इसके मुख्य प्रावधानों में भ्रामक हेडर जानकारी पर रोक, भ्रामक विषय पंक्तियों पर रोक, संदेश को विज्ञापन के रूप में पहचानने की आवश्यकता, और प्रेषक का वैध भौतिक डाक पता शामिल करना शामिल है।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह प्राप्तकर्ताओं को भविष्य के ईमेल से ऑप्ट-आउट (opt-out) करने का अधिकार देता है, और प्रेषकों को ऑप्ट-आउट अनुरोधों को तुरंत सम्मानित करने की आवश्यकता होती है। यह कानून स्पैम को नियंत्रित करने और उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा करने का एक प्रयास है।

Performance Stats

Correct Answer

Wrong Answer

Negative Marks

Final Score

Accuracy



निष्कर्ष (Conclusion)

साथियों, हमें उम्मीद है कि UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 12" पर आधारित यह विशेष अभ्यास सेट आपकी तैयारी में सहायक सिद्ध होगा। इस प्रैक्टिस सेट के माध्यम से हमने कम्प्यूटर नेटवर्किंग (Computer Networking) से जुड़े उन सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को कवर करने का प्रयास किया है, जो अक्सर UPSSSC की विभिन्न परीक्षाओं जैसे जूनियर असिस्टेंट, फॉरेस्ट गार्ड, स्टेनोग्राफर, और अन्य में पूछे जाते हैं। याद रखें, परीक्षा में सफलता के लिए केवल पढ़ना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पढ़े हुए ज्ञान का सही समय पर सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है।

नियमित अभ्यास और कड़ी मेहनत ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाएगी। Rojgarbytes पर हम इसी तरह के और भी प्रैक्टिस सेट्स और साप्ताहिक मॉक टेस्ट (Mock Tests) आपके लिए लाते रहेंगे ताकि आपकी तैयारी पूरी तरह से एग्जाम-रेडी हो सके। हमारा अगला प्रैक्टिस सेट 13, IoT और Cloud Computing पर आधारित होगा। हमारे साथ जुड़े रहें, नियमित अभ्यास करते रहें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं।

इसे अपने साथियों के साथ भी शेयर करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।

"जो पानी से नहाएगा, वो सिर्फ़ लिबास बदल सकता है, लेकिन जो पसीने से नहाएगा, वो इतिहास बदल सकता है।"

Comments

Popular posts from this blog

UPSSSC Draftsman Syllabus 2025: जानें अंतिम समय की बेस्ट स्ट्रैटेजी

UPSSSC Junior Assistant Syllabus 2025: Exam Pattern & Preparation

UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 10: कम्प्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित प्रश्न