UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 11: Internet और Web Browser पर आधारित प्रश्न

नमस्ते साथियों! 👋
उत्तर प्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कनिष्ठ सहायक (Junior Assistant), वन रक्षक (Forest Guard), आशुलिपिक (Stenographer), और नक़्शानवीस (Draftsman) की
तैयारी में जुटे आप सभी का Rojgarbytes पर स्वागत है।
यह इस सीरीज का Practice Set No. 11 है जिसमें हम 'Internet और Web Browser पर आधारित प्रश्न ' अध्याय को कवर करेंगे। इसमें हमने परीक्षा के दृष्टिकोण से 15 सबसे महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) को उनके विस्तृत स्पष्टीकरण (Detailed explanation) के साथ शामिल किया है। यह प्रैक्टिस सेट आपकी तैयारी को अंतिम रूप देने और पूरे सिलेबस का तेजी से रिवीजन करने में मदद करेगा।
इस Practice Set में आपको मिलेगा / In this Mock Test you will get:
- UPSSSC आयोग स्तर के 15 महत्वपूर्ण कंप्यूटर MCQs (Model Question Paper)।
- प्रश्नों के सटीक उत्तर और अन्य विकल्पों सहित विस्तृत व्याख्या (full Explanation)।
- दोनों भाषाओं (हिंदी + English) में, ताकि कोई भी छात्र भाषा को लेकर असहज न हो।
⚠ नोट: यह Practice Set आपके कंप्यूटर एग्जाम की तैयारी को मजबूत करने के लिए बनाया गया है। हमारा लक्ष्य आपको हर तरह से बेहतर बनाना है ताकि आप एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकें। यह सिर्फ एक Practice Set है, इसलिए हम इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि एग्जाम में यही प्रश्न आएंगे।
UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 11: Internet और Web Browser पर आधारित प्रश्न
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अभ्यर्थियों के लिए निर्देश / Instructions for Candidates
- यहाँ कुल 15 प्रश्न दिये गए हैं। सभी प्रश्नों के अंक समान हैं। There are a total of 15 questions. All questions carry equal marks.
- प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक-चौथाई अंक काटा जाएगा। One-fourth mark will be deducted for each wrong answer.
- यदि कोई प्रश्न अनुत्तरित रह जाता है तो परिणाम प्रदर्शित नहीं होगा। If any question is left unanswered, the result will not be displayed.
इंटरनेट के कामकाज के लिए मूलभूत प्रोटोकॉल सूट, जिसे TCP/IP के नाम से जाना जाता है, का आविष्कार किसने किया? (Who invented the fundamental protocol suite for the functioning of the Internet, known as TCP/IP?)
Explanation:
विंट सर्फ़ (Vint Cerf) और बॉब कान (Bob Kahn) को "इंटरनेट का जनक" (Fathers of the Internet) माना जाता है। उन्होंने 1970 के दशक में TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) मॉडल का सह-विकास किया था। यह प्रोटोकॉल सूट (Protocol Suite) नियमों का एक समूह |(a set of rules) है जो यह नियंत्रित करता है कि डेटा को कैसे पैकेट (packet) में तोड़ा जाता है, संबोधित (address) किया जाता है, प्रेषित (send) किया जाता है, रूट (root) किया जाता है और गंतव्य (destination) पर प्राप्त किया जाता है। यह इंटरनेट पर संचार की नींव है। (This is the foundation of communication on the Internet.)
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee): इन्होंने 1989 में वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web - WWW) का आविष्कार किया था। WWW इंटरनेट पर सूचना साझा करने का एक माध्यम है, जबकि इंटरनेट स्वयं वैश्विक नेटवर्क (Global Network) है।
- c) स्टीव जॉब्स (Steve Jobs): ये एप्पल इंक (Apple Inc.) के सह-संस्थापक (co-founder) थे, जो पर्सनल कंप्यूटर क्रांति (Personal Computer Revolution) में एक प्रमुख व्यक्ति थे।
- d) बिल गेट्स (Bill Gates): ये माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सह-संस्थापक हैं, जिन्होंने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows Operating System) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- e) इनमें से कोई नहीं (None of these): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (b) है।
किसी वेब ब्राउज़र में, वर्तमान टैब को बंद करने के लिए निम्नलिखित में से किस कीबोर्ड शॉर्टकट का उपयोग किया जाता है? (In a web browser, which of the following keyboard shortcuts is used to close the current tab?)
Explanation:
लगभग सभी प्रमुख वेब ब्राउज़रों (जैसे Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge) में, Ctrl + W शॉर्टकट का उपयोग सक्रिय या वर्तमान टैब (active or current tab) को बंद करने के लिए किया जाता है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) Ctrl + T: इसका उपयोग एक नया टैब (New Tab) खोलने के लिए किया जाता है।
- c) Ctrl + N: इसका उपयोग एक नई ब्राउज़र विंडो (New Browser Window) खोलने के लिए किया जाता है।
- d) Alt + F4: यह शॉर्टकट न केवल ब्राउज़र, बल्कि किसी भी सक्रिय एप्लिकेशन विंडो (active application window) को पूरी तरह से बंद कर देता है। यदि कोई अन्य टैब नहीं खुले हैं, तो यह ब्राउज़र को ही बंद कर देगा।
- e) इनमें से कोई नहीं (None of these): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (b) है।
निम्नलिखित में से कौन सा समूह केवल टॉप-लेवल डोमेन (Top-Level Domains - TLDs) का प्रतिनिधित्व करता है? (Which of the following groups represents only Top-Level Domains (TLDs)?)
Explanation:
टॉप-लेवल डोमेन (TLD) एक डोमेन नाम का अंतिम खंड होता है, जो डॉट (.) के बाद आता है। यह डोमेन के उद्देश्य (purpose) या भौगोलिक क्षेत्र (geographical area) को इंगित करता है।
b) .gov, .edu, .net: ये सभी TLDs हैं।
- .gov: सरकारी संस्थाओं (Governmental entities) के लिए।
- .edu: शैक्षणिक संस्थानों (Educational institutions) के लिए।
- .net: मूल रूप से नेटवर्क प्रदाताओं (Network providers) के लिए, अब सामान्य उपयोग में है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) .jpeg: यह एक इमेज फ़ाइल एक्सटेंशन (Image file extension) है, TLD नहीं।
- c) .html, .css, .js: ये वेब डेवलपमेंट में उपयोग होने वाली फ़ाइलों के एक्सटेंशन हैं - Hypertext Markup Language (HTML), Cascading Style Sheets (CSS) और Javascript (JS), TLDs नहीं।
- d) .mp3: यह एक ऑडियो फ़ाइल एक्सटेंशन (Audio file extension) है, TLD नहीं।
- e) इनमें से कोई नहीं (None of these): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (b) है।
एक URL (Uniform Resource Locator) में, http:// वाला भाग ________ को संदर्भित करता है। (In a URL (Uniform Resource Locator), the part http:// refers to the ________.)
Explanation:
एक URL की संरचना इस प्रकार होती है: प्रोटोकॉल://डोमेन-नाम/पाथ (protocol://domain-name/path)
प्रोटोकॉल (Protocol): यह नियमों का एक सेट है जिसका उपयोग ब्राउज़र और सर्वर के बीच डेटा स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। http:// (Hypertext Transfer Protocol) और https:// (HTTP Secure) सबसे आम वेब प्रोटोकॉल हैं।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) डोमेन नेम (Domain Name): यह वेबसाइट का मानवीय-पठनीय पता है (जैसे www.google.com) जो एक विशिष्ट IP पते से मेल खाता है।
- b) पाथ (Path): यह डोमेन के बाद आता है और वेबसाइट पर एक विशिष्ट फ़ाइल या पेज को इंगित करता है (जैसे /search/images)।
- d) क्वेरी स्ट्रिंग (Query String): यह पाथ के बाद ? से शुरू होता है और सर्वर को अतिरिक्त पैरामीटर भेजता है (जैसे ?q=computers)।
- e) इनमें से कोई नहीं (None of these): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (c) है।
अभिकथन (A): वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) और इंटरनेट एक ही चीज हैं। (The World Wide Web (WWW) and the Internet are the same thing.)
कारण (R): वर्ल्ड वाइड वेब तक पहुंचने के लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है। (An Internet connection is required to access the World Wide Web.)
कोड के संदर्भ में सही उत्तर चुनें: (Choose the correct answer in the context of the codes:)
Explanation:
अभिकथन (A): यह कथन असत्य है। इंटरनेट (Internet) कंप्यूटर नेटवर्क का एक विशाल वैश्विक नेटवर्क (a vast global network of computer networks) है - यह एक हार्डवेयर और इंफ्रास्ट्रक्चर है। इसके विपरीत, वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) उस इंटरनेट पर सूचनाओं का एक संग्रह है जिसे वेब ब्राउज़र का उपयोग करके एक्सेस किया जा सकता है। WWW इंटरनेट पर चलने वाली कई सेवाओं (जैसे ईमेल, एफ़टीपी) में से सिर्फ एक है। आप इंटरनेट को सड़कों का नेटवर्क और WWW को उन सड़कों पर चलने वाली कारों में से एक प्रकार मान सकते हैं।
कारण (R): यह कथन सत्य है। चूंकि WWW इंटरनेट के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करता है, इसलिए वेब पेजों और वेबसाइटों तक पहुंचने के लिए एक सक्रिय इंटरनेट कनेक्शन (active internet connection) अनिवार्य है।
इसलिए, अभिकथन (A) गलत है और कारण (R) सही है।
जब आप किसी वेबपेज पर जाने का प्रयास करते हैं और आपको "404 Not Found" त्रुटि मिलती है, तो इसका सबसे संभावित कारण क्या है? (When you try to visit a webpage and receive a "404 Not Found" error, what is the most likely cause?)
Explanation:
"404 Not Found" एक HTTP स्टेटस कोड (HTTP status code) है। ये कोड क्लाइंट (आपके ब्राउज़र) और सर्वर के बीच संचार की स्थिति बताते हैं।
4xx श्रेणी (4xx series) की त्रुटियाँ क्लाइंट-साइड त्रुटियों (Client-Side Errors) को इंगित करती हैं। 404 त्रुटि का विशेष रूप से मतलब है कि आपका ब्राउज़र सफलतापूर्वक सर्वर से जुड़ गया, लेकिन सर्वर आपके द्वारा मांगे गए विशिष्ट संसाधन (पेज, फ़ाइल, आदि) को नहीं ढूंढ सका। यह या तो एक टूटे हुए लिंक (broken link) या गलत URL टाइप करने के कारण हो सकता है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a): यदि आपका इंटरनेट काम नहीं कर रहा है, तो ब्राउज़र "No Internet" या "This site can't be reached" जैसी त्रुटि दिखाएगा।
- c): लॉगिन की आवश्यकता के लिए 401 Unauthorized या 403 Forbidden त्रुटि कोड होते हैं।
- d): यदि कोई वेबसाइट स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गई है, तो सर्वर को एक 301 Moved Permanently प्रतिक्रिया भेजनी चाहिए, जो ब्राउज़र को स्वचालित रूप से नए पते पर पुनर्निर्देशित (redirect) कर देगी।
- e): यह विकल्प गलत है क्योंकि सही उत्तर (b) है।
सूची-I को सूची-II से सुमेलित करें और सही कोड चुनें: (Match List-I with List-II and select the correct code:)
सूची-I (संगठन/Organization) | सूची-II (कार्य/Function) |
(P) ICANN | (1) वेब मानकों को विकसित करता है (Develops web standards) |
(Q) W3C | (2) इंटरनेट प्रोटोकॉल मानक प्रकाशित करता है (Publishes Internet protocol standards) |
(R) IETF | (3) आईपी पते और डोमेन नामों का प्रबंधन करता है (Manages IP addresses and domain names) |
Explanation:
(P) ICANN (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers): यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो डोमेन नेम सिस्टम (Domain Name System - DNS) के समन्वय और आईपी एड्रेस स्पेस (IP Address Space) के आवंटन के लिए जिम्मेदार है। सरल शब्दों में, यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक डोमेन नाम अद्वितीय हो और सही सर्वर को इंगित करे। तो, P का मिलान 3 से होता है।
(Q) W3C (World Wide Web Consortium): यह एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय है जो वर्ल्ड वाइड वेब के लिए खुले मानक (open standards) विकसित करता है। ये मानक सुनिश्चित करते हैं कि वेब सभी के लिए खुला, सुलभ और इंटरऑपरेबल (interoperable) रहे। HTML और CSS जैसे मानक W3C द्वारा विकसित किए गए हैं। तो, Q का मिलान 1 से होता है।
(R) IETF (Internet Engineering Task Force): यह एक खुला मानक संगठन है जो स्वैच्छिक इंटरनेट मानकों (voluntary Internet standards) को विकसित और बढ़ावा देता है, विशेष रूप से वे जो TCP/IP प्रोटोकॉल सूट बनाते हैं। वे RFCs (Request for Comments) नामक दस्तावेजों के माध्यम से मानक प्रकाशित करते हैं। तो, R का मिलान 2 से होता है।
DNS का पूर्ण रूप क्या है और इसका प्राथमिक कार्य क्या है? (What is the full form of DNS and what is its primary function?)
Explanation:
डोमेन नेम सिस्टम (DNS) को अक्सर "इंटरनेट की फोनबुक" (Phonebook of the Internet) कहा जाता है। कंप्यूटर एक दूसरे के साथ संचार करने के लिए IP पते (IP Addresses) (जैसे 172.217.167.78) का उपयोग करते हैं, जो संख्यात्मक होते हैं। मनुष्यों के लिए इन संख्याओं को याद रखना मुश्किल है। DNS मानवीय-पठनीय डोमेन नामों (Domain Names) (जैसे www.google.com) को उनके संबंधित IP पतों में अनुवाद (translate) करता है, जिससे ब्राउज़रों को सही वेब सर्वर खोजने में मदद मिलती है।
अन्य विकल्प (Other Options): अन्य सभी विकल्प गलत पूर्ण रूप और कार्य प्रदान करते हैं और DNS की कार्यक्षमता का सटीक वर्णन नहीं करते हैं।
आईपी पतों के संबंध में निम्नलिखित में से कितने कथन सत्य हैं? (How many of the following statements regarding IP addresses are true?)
- IPv4 पते 32-बिट लंबे होते हैं, जबकि IPv6 पते 128-बिट लंबे होते हैं। (IPv4 addresses are 32-bits long, while IPv6 addresses are 128-bits long.)
- 127.0.0.1 एक लूपबैक पता है। ( 127.0.0.1 is a loopback address.)
- CIDR (Classless Inter-Domain Routing) को IP पतों की बर्बादी को कम करने के लिए पेश किया गया था। (CIDR was introduced to reduce the wastage of IP addresses.)
Explanation:
तीनों कथन सत्य हैं।
IPv4 (Internet Protocol version 4), जो अभी भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, 32-बिट एड्रेसिंग स्कीम का उपयोग करता है, जो लगभग 4.3 बिलियन अद्वितीय पते प्रदान करता है। इंटरनेट से जुड़े उपकरणों की बढ़ती संख्या के कारण, ये पते समाप्त हो रहे हैं। IPv6 (Internet Protocol version 6) को 128-बिट एड्रेसिंग स्कीम का उपयोग करके इस समस्या को हल करने के लिए विकसित किया गया था, जो लगभग अद्वितीय पते प्रदान करता है।
127.0.0.1 एक विशेष IP पता है जिसे लूपबैक पता (loopback address) या लोकलहोस्ट (localhost) कहा जाता है। यह हमेशा उसी मशीन को संदर्भित करता है जिससे अनुरोध किया जा रहा है। इसका उपयोग अक्सर नेटवर्क एप्लिकेशन का परीक्षण (testing) करने के लिए किया जाता है।
CIDR (Classless Inter-Domain Routing) को 1993 में पुराने क्लासफुल नेटवर्किंग (Class A, B, C) सिस्टम को बदलने के लिए पेश किया गया था। क्लासफुल सिस्टम में, IP पते निश्चित आकार के ब्लॉक में आवंटित किए जाते थे, जिससे बहुत सारे पते बर्बाद हो जाते थे। CIDR वैरिएबल-लेंथ सबनेट मास्किंग (Variable-Length Subnet Masking - VLSM) का उपयोग करके IP पतों के अधिक लचीले और कुशल आवंटन की अनुमति देता है, जिससे बर्बादी कम होती है।
निम्नलिखित इंटरनेट मील के पत्थर को उनके घटित होने के सही कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित करें: (Arrange the following Internet milestones in the correct chronological order of their occurrence:)
- टिम बर्नर्स-ली द्वारा वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कार (Invention of the World Wide Web (WWW) by Tim Berners-Lee)
- ARPANET पर पहला संदेश भेजा गया (First message sent over ARPANET)
- TCP/IP प्रोटोकॉल सूट का मानकीकरण (Standardization of the TCP/IP protocol suite)
- गूगल की स्थापना (Founding of Google)
Explanation:
2. ARPANET पर पहला संदेश भेजा गया (1969): ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) आधुनिक इंटरनेट का अग्रदूत था। पहला संदेश 29 अक्टूबर, 1969 को UCLA और स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के बीच भेजा गया था।
3. TCP/IP प्रोटोकॉल सूट का मानकीकरण (1983): जबकि विंट सर्फ़ और बॉब कान ने इसे 70 के दशक में विकसित किया था, 1 जनवरी, 1983 को ARPANET ने आधिकारिक तौर पर अपने पुराने NCP (Network Control Program) से TCP/IP में स्विच किया, जिसने इसे इंटरनेट के लिए मानक प्रोटोकॉल बना दिया।
1. टिम बर्नर्स-ली द्वारा WWW का आविष्कार (1989): ब्रिटिश वैज्ञानिक टिम बर्नर्स-ली ने CERN में काम करते हुए 1989 में वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) का आविष्कार किया। उन्होंने पहला वेब ब्राउज़र, वेब सर्वर और HTML (Hypertext Markup Language) बनाया।
4. गूगल की स्थापना (1998): लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने सितंबर 1998 में गूगल (Google) की स्थापना की, जिसने वेब पर जानकारी खोजने के तरीके में क्रांति ला दी।
सही क्रम है: 1969 → 1983 → 1989 → 1998.
निम्नलिखित HTML कोड स्निपेट का वेब ब्राउज़र में क्या परिणाम होगा? (What will be the result of the following HTML code snippet in a web browser?)
<p>यह एक <b>महत्वपूर्ण</b> शब्द है।</p>
Explanation:
HTML (HyperText Markup Language) वेब पेजों की संरचना के लिए मानक मार्कअप भाषा है।
<b> टैग का उपयोग टेक्स्ट को बोल्ड (Bold) करने के लिए किया जाता है। यह ब्राउज़र को निर्देश देता है कि संलग्न टेक्स्ट को सामान्य टेक्स्ट की तुलना में अधिक वजन वाले फ़ॉन्ट में प्रदर्शित करे।
<p> टैग एक पैराग्राफ (Paragraph) को परिभाषित करता है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) इटैलिक (Italics): इटैलिक टेक्स्ट के लिए <i> या <em> टैग का उपयोग किया जाता है।
- c) रेखांकित (Underlined): रेखांकित टेक्स्ट के लिए <u> टैग का उपयोग किया जाता है।
- d) कोई प्रभाव नहीं: यह गलत है क्योंकि <b> टैग का एक विशिष्ट स्वरूपण (formatting) उद्देश्य होता है।
"सत्र कुकीज़" (Session Cookies) के बारे में कौन सा कथन सबसे सटीक है? (Which statement is most accurate about "Session Cookies"?)
Explanation:
कुकीज़ (Cookies) छोटी टेक्स्ट फाइलें होती हैं जिन्हें वेबसाइटें उपयोगकर्ता के ब्राउज़र में संग्रहीत करती हैं। इनका उपयोग जानकारी को याद रखने के लिए किया जाता है।
सत्र कुकीज़ (Session Cookies): ये केवल एक अस्थायी मेमोरी स्थान (temporary memory location) में संग्रहीत होती हैं। वे तब तक सक्रिय रहती हैं जब तक ब्राउज़र खुला रहता है। जैसे ही आप ब्राउज़र बंद करते हैं, सत्र कुकी नष्ट हो जाती है। इनका उपयोग आमतौर पर शॉपिंग कार्ट या लॉगिन स्थिति जैसी जानकारी को "याद रखने" के लिए किया जाता है जब आप किसी वेबसाइट पर एक पेज से दूसरे पेज पर जाते हैं।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) और b): ये लगातार कुकीज़ (Persistent Cookies) की विशेषताएं हैं। लगातार कुकीज़ उपयोगकर्ता की हार्ड ड्राइव पर एक समाप्ति तिथि (expiration date) के साथ संग्रहीत होती हैं और ब्राउज़र बंद होने के बाद भी बनी रहती हैं। इनका उपयोग लॉगिन जानकारी याद रखने या लंबी अवधि तक ट्रैकिंग के लिए किया जाता है।
- d): कुकीज़ HTTP और HTTPS दोनों पर काम कर सकती हैं, हालांकि HTTPS सुरक्षा के लिए बेहतर है। "Secure" फ्लैग वाली कुकीज़ केवल HTTPS पर भेजी जाती हैं, लेकिन यह सभी सत्र कुकीज़ के लिए एक अंतर्निहित नियम नहीं है।
एक विश्वसनीय कनेक्शन स्थापित करने के लिए TCP (Transmission Control Protocol) द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया क्या कहलाती है? (What is the process used by TCP (Transmission Control Protocol) to establish a reliable connection called?)
Explanation:
थ्री-वे हैंडशेक (Three-Way Handshake) वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग TCP दो उपकरणों (जैसे आपका कंप्यूटर और एक वेब सर्वर) के बीच एक विश्वसनीय, कनेक्शन-उन्मुख (connection-oriented) सत्र स्थापित करने के लिए करता है। यह सुनिश्चित करता है कि दोनों पक्ष डेटा भेजने और प्राप्त करने के लिए तैयार और सिंक (sync) में हैं। इसके तीन चरण हैं:
- SYN (Synchronize): क्लाइंट सर्वर को एक SYN पैकेट भेजकर कनेक्शन शुरू करने का अनुरोध करता है।
- SYN-ACK (Synchronize-Acknowledge): सर्वर क्लाइंट को एक SYN-ACK पैकेट भेजकर प्रतिक्रिया देता है, जो क्लाइंट के अनुरोध को स्वीकार करता है और अपना स्वयं का सिंक्रनाइज़ेशन अनुरोध भेजता है।
- ACK (Acknowledge): क्लाइंट सर्वर के पैकेट की प्राप्ति को स्वीकार करने के लिए एक ACK पैकेट वापस भेजता है। इस बिंदु पर, कनेक्शन स्थापित हो जाता है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) टू-वे हैंडशेक: यह अविश्वसनीय होगा क्योंकि यह दोनों पक्षों को यह पुष्टि करने की अनुमति नहीं देता कि वे एक-दूसरे को सुन सकते हैं।
- d) फोर-वे टर्मिनेशन: इस प्रक्रिया का उपयोग TCP कनेक्शन को समाप्त करने (terminate) के लिए किया जाता है, न कि स्थापित करने के लिए।
निम्नलिखित में से कौन सा एक वेब ब्राउज़र और एक सर्च इंजन दोनों का उदाहरण है? (Which of the following is an example of both a web browser and a search engine?)
Explanation:
यह एक सामान्य भ्रम है। वेब ब्राउज़र (Web Browser) एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन है जिसका उपयोग वर्ल्ड वाइड वेब पर जानकारी तक पहुंचने और उसे देखने के लिए किया जाता है। सर्च इंजन (Search Engine) एक वेब-आधारित उपकरण है जो उपयोगकर्ताओं को वेब पर जानकारी खोजने में सक्षम बनाता है।
गूगल क्रोम (Google Chrome), मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स (Mozilla Firefox), और माइक्रोसॉफ्ट एज (Microsoft Edge) वेब ब्राउज़र हैं।
गूगल (Google), बिंग (Bing), और याहू (Yahoo) सर्च इंजन हैं।
गूगल एक कंपनी है जो गूगल सर्च इंजन और गूगल क्रोम ब्राउज़र दोनों बनाती है, लेकिन "गूगल" स्वयं एक ब्राउज़र और सर्च इंजन दोनों नहीं है। इसी तरह, माइक्रोसॉफ्ट एक कंपनी है जो एज ब्राउज़र और बिंग सर्च इंजन बनाती है। दिए गए विकल्पों में से कोई भी एक इकाई नहीं है जो एक ही समय में ब्राउज़र और सर्च इंजन दोनों हो, इसलिए सही उत्तर (e) है।
रोहन को अपने सहकर्मी को एक बहुत बड़ी फ़ाइल (जैसे 2GB की वीडियो फ़ाइल) भेजनी है, जो ईमेल अटैचमेंट के लिए बहुत बड़ी है। इस उद्देश्य के लिए निम्नलिखित में से कौन सा इंटरनेट प्रोटोकॉल सबसे उपयुक्त है? (Rohan needs to send a very large file (e.g., a 2GB video file) to his colleague, which is too large for an email attachment. Which of the following Internet protocols is most suitable for this purpose?)
Explanation:
यह प्रश्न विभिन्न इंटरनेट प्रोटोकॉल के व्यावहारिक अनुप्रयोगों का परीक्षण करता है।
c) FTP (File Transfer Protocol): यह प्रोटोकॉल विशेष रूप से एक नेटवर्क पर कंप्यूटरों के बीच बड़ी फ़ाइलों और बल्क डेटा (bulk data) के हस्तांतरण के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बड़ी फ़ाइलों को कुशलतापूर्वक और मज़बूती से भेजने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है, यही कारण है कि यह इस परिदृश्य के लिए सही उत्तर है। FTP क्लाइंट और सर्वर के बीच दो कनेक्शन का उपयोग करता है: एक कमांड कनेक्शन (command connection) और एक डेटा कनेक्शन (data connection), जो इसे बड़े डेटा ट्रांसफर के लिए अनुकूलित बनाता है।
अन्य विकल्प (Other Options):
- a) HTTP (Hypertext Transfer Protocol): इसका उपयोग मुख्य रूप से वेब पेजों (hypertext documents) को प्रसारित करने के लिए किया जाता है। हालाँकि इसका उपयोग फ़ाइलों को डाउनलोड करने के लिए किया जा सकता है, लेकिन यह FTP की तरह बड़ी फ़ाइलों के समर्पित हस्तांतरण के लिए उतना कुशल नहीं है।
- b) SMTP (Simple Mail Transfer Protocol): इस प्रोटोकॉल का उपयोग केवल ईमेल भेजने (sending emails) के लिए किया जाता है। अधिकांश ईमेल सर्वरों की अटैचमेंट आकार पर सख्त सीमाएँ होती हैं (आमतौर पर 25MB), इसलिए 2GB की फ़ाइल भेजना असंभव होगा।
- d) POP3 (Post Office Protocol 3): इस प्रोटोकॉल का उपयोग ईमेल सर्वर से ईमेल प्राप्त करने (retrieving emails) या डाउनलोड करने के लिए किया जाता है। इसका फ़ाइलें भेजने से कोई लेना-देना नहीं है।
Performance Stats
Correct Answer
Wrong Answer
Negative Marks
Final Score
Accuracy
निष्कर्ष (Conclusion)
साथियों, हमें उम्मीद है कि UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 11" पर आधारित यह विशेष अभ्यास सेट आपकी तैयारी में सहायक सिद्ध होगा। इस प्रैक्टिस सेट के माध्यम से हमने कम्प्यूटर नेटवर्किंग (Computer Networking) से जुड़े उन सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को कवर करने का प्रयास किया है, जो अक्सर UPSSSC की विभिन्न परीक्षाओं जैसे जूनियर असिस्टेंट, फॉरेस्ट गार्ड, स्टेनोग्राफर, और अन्य में पूछे जाते हैं। याद रखें, परीक्षा में सफलता के लिए केवल पढ़ना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पढ़े हुए ज्ञान का सही समय पर सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है।
नियमित अभ्यास और कड़ी मेहनत ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाएगी। Rojgarbytes पर हम इसी तरह के और भी प्रैक्टिस सेट्स और साप्ताहिक मॉक टेस्ट (Mock Tests) आपके लिए लाते रहेंगे ताकि आपकी तैयारी पूरी तरह से एग्जाम-रेडी हो सके। हमारा अगला प्रैक्टिस सेट 12, ई-मेल (E-mail) पर आधारित होगा। हमारे साथ जुड़े रहें, नियमित अभ्यास करते रहें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं।
इसे अपने साथियों के साथ भी शेयर करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।
"जो पानी से नहाएगा, वो सिर्फ़ लिबास बदल सकता है, लेकिन जो पसीने से नहाएगा, वो इतिहास बदल सकता है।"
UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set-01
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