नमस्ते दोस्तों, 👋
UPSSSC द्वारा आयोजित नक्शानवीस (Draftsman) और मानचित्रक (Cartographer) भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे सभी अभ्यर्थियों का हार्दिक स्वागत है। जैसा कि आप जानते हैं, इस प्रतिष्ठित परीक्षा की तिथि 23 नवंबर 2025 घोषित कर दी गई है। समय कम है और competition बहुत ज़्यादा, ऐसे में एक सटीक रणनीति और सिलेबस की गहन समझ ही आपकी सफलता सुनिश्चित कर सकती है। अक्सर उम्मीदवार UPSSSC Draftsman Syllabus की जटिलता और सही अध्ययन सामग्री को लेकर परेशान रहते हैं।
यह लेख आपकी इसी समस्या का समाधान करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें हम न केवल UPSSSC Draftsman Syllabus 2025 और नवीनतम परीक्षा पैटर्न पर विस्तार से चर्चा करेंगे, बल्कि आपको विषय-वार महत्वपूर्ण टॉपिक्स और एक प्रभावी तैयारी की रणनीति भी प्रदान करेंगे। इस गाइड का अनुसरण करके आप अपनी तैयारी को एक नई दिशा दे सकते हैं और परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
📜 UPSSSC Draftsman परीक्षा पैटर्न 2025
किसी भी परीक्षा की तैयारी का पहला कदम उसके परीक्षा पैटर्न को समझना होता है। यह आपको प्रश्नों की संख्या, अंक वितरण और समय प्रबंधन को समझने में मदद करता है।
- परीक्षा का प्रकार: वस्तुनिष्ठ और बहुविकल्पीय (Objective & MCQ)
- कुल प्रश्न: 100
- कुल अंक: 100
- परीक्षा की अवधि: 2 घंटे (120 मिनट)
- नकारात्मक अंकन (Negative Marking): प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/4 (25%) अंक काटे जाएंगे।
UPSSSC Draftsman Syllabus 2025: संक्षिप्त अवलोकन
आइए अब विषय-वार अंक वितरण को एक तालिका के माध्यम से समझें:
भाग (Part) | विषय (Subject) | प्रश्नों की संख्या (Number of Questions) | कुल अंक (Total Marks) | समयावधि (Time Period) |
---|---|---|---|---|
भाग-1 | ट्रेड से संबंधित विषय (Trade related topics) | 65 | 65 | दो घंटा (120 मिनट) |
1. ड्राइंग उपकरण एवं सॉफ्टवेयर (Drawing Instrument and Software) | 15 | 15 | ||
2. गणना और चित्रण (Calculation and Illustration) | 20 | 20 | ||
3. विभिन्न ट्रेड (Various Trades) | 10 | 10 | ||
4. वास्तुकला (Architecture) | 05 | 05 | ||
5. 2डी, 3डी, जीपीएस और जलवायु (3D and 2D, GPS and Climate) | 10 | 10 | ||
6. व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा (Occupational Health and Safety) | 05 | 05 | ||
भाग-2 | कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार का ज्ञान (Knowledge of Computer and Information Technology and Innovation) | 15 | 15 | |
भाग-3 | उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी (General Information related to the state of Uttar Pradesh) | 20 | 20 | |
कुल (Total) | 100 | 100 |
⚠️ ध्यान दें: सफलता के लिए तीनों भागों में संतुलन बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रेड-विशिष्ट ज्ञान जहाँ सबसे अधिक वेटेज रखता है, वहीं कंप्यूटर और यूपी जीके आपको मेरिट में आगे निकलने में मदद करेंगे।
🎯 UPSSSC Draftsman Syllabus 2025: विस्तृत विश्लेषण
अब हम पाठ्यक्रम के प्रत्येक भाग को विस्तार से जानेंगे ताकि आप कोई भी महत्वपूर्ण टॉपिक छोड़ न दें।
भाग-1: ट्रेड से संबंधित विषय (Trade related topics) [65 अंक]
यह खंड आपकी तकनीकी दक्षता का परीक्षण करेगा। इसमें निम्नलिखित उप-विषय शामिल हैं:
1. ड्राइंग उपकरण एवं सॉफ्टवेयर (Drawing Instrument and Software)
इंजीनियरिंग ड्राइंग उपकरणों का परिचय ड्राइंग बोर्ड, ड्राइंग शीट, प्रोटेक्टर, ड्राफ्टिंग मशीन, सेटस्क्वायर आदि और इसके उपयोग। सॉफ्टवेयर: कम्प्यूटर एडेड ड्रॉफ्टिंग सीएडी का परिचय, इसका ग्राफिकल यूजर इंटरफेस, सीएडी के बुनियादी कमांड, टूल आइकन और टूलवार के सेट का ज्ञान, शॉर्टकट कीवोर्ड कमांड का ज्ञान।
2. गणना और चित्रण (Calculation and Illustration)
क्षेत्रफल की गणना करना, ज्यामितीय आकृतियों का चित्रण, प्रतीक एवं प्रदर्शन करना, विभिन्न मापनी का चित्रण करना, प्रक्षेप्य वनाना, आधार (शोरिंग) एवं पॉड (स्कैफ़ोल्डिंग) की - ड्राइंग बनाना, आलेखन (प्लाटिंग), मानचित्रण (मैपिंग), ट्रस, छत, सीढ़ी व रैम्प की ड्राइंग वनाना, प्लम्बिंग पाइप व पॉइंट्स की जानकारी, वाटर सप्लाई की जानकारी, सेनेटरी फिटिंग एवं सीवरेज की ड्राइंग बनाना, रोड, ब्रिज, पुलिया की सेक्शनल ड्राइंग बनाना, लाइनों के प्रकार, हिन्दी व अंग्रेजी अक्षरों का ज्ञान स्केल के संदर्भ में, ड्राइंग को पढ़ने व बनाने की योग्यता।
3. विभिन्न ट्रेड (Various Trades)
प्लम्बिंग पाइप व पॉइंट्स की जानकारी, वाटर सप्लाई की जानकारी, इलेक्ट्रिकल पॉइंट्स की जानकारी। / Information about plumbing pipes and points, information about water supply, information about electrical points.
4. वास्तुकला (Architecture)
पुराने भारतीय वास्तुकला की जानकारी, पत्थर एवं ईंट की चिनाई, मेहराव (आर्क) लिंटल, ज़रीब (चेन) एवं फीता (टेप), बिकमापक (गोलप्रकार) का ज्ञान, तल मापक उपकरणों के द्वारा सर्वे करना, समांतर प्रयोग किए जाने वाले भवन के भागों व स्थानों का ज्ञान बुनियादों के प्रकार।
Knowledge of old Indian architecture, stone and brick masonry, arch lintel, zarib (chain) and lace (tape), knowledge of bikmapak (round type), surveying through level measuring instruments, knowledge of parts and places of building used in parallel, types of foundations.
5. 3डी, 2डी, जीपीएस और जलवायु (3D and 2D, GPS and Climate)
2डी व 3डी ठोस का ज्ञान तथा इलेक्ट्रिकल पॉइंट्स की जानकारी, माइक्रो व मैक्रो जलवायु का ज्ञान, फील्ड बुक में प्रविष्टि (फील्ड बुक इंट्री), स्टेशनं पॉइंट की स्थिति GPS (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) द्वारा ज्ञात करना।
Knowledge of 2D and 3D solids and electrical points, knowledge of micro and macro climate, entry in the field book (field book entry), finding the position of the station point through GPS (Global Positioning System).
6. व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा (Occupational Health and Safety)
उद्योग में सुरक्षा और सामान्य सावधानियों का महत्व, प्राथमिक चिकित्सा का परिचय, पीपीई का परिचय, आपात स्थिति पर प्रतिक्रिया बिजली की विफलता, आग अलार्म आदि। /
Importance of safety and general precautions in industry, introduction to first aid, introduction to PPE, response to emergencies- power failure, fire alarm etc.
भाग-2: कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार का ज्ञान (Knowledge of Computer and Information Technology and Innovation) [15 अंक]
आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर का ज्ञान अनिवार्य है। इस भाग में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- कम्प्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणाओं एवं इस क्षेत्र में समसामयिक प्रौद्योगिकी विकास एवं नवाचार का ज्ञान (Concepts of Computer and Information Technology & Contemporary Technological Developments and Innovations in this Field)
- कम्प्यूटर, सूचना तकनीकी, इन्टरनेट एवं वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का इतिहास, परिचय एवं अनुप्रयोग (History, Introduction, and Applications of Computer, Information Technology, Internet & World Wide Web)
- हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर (Hardware and Software)
- इनपुट एवं आउटपुट (Input and Output)
- इन्टरनेट प्रोटोकॉल/आई०पी० एड्रेस (Internet Protocol / IP Address)
- आई०टी० गैजेट एवं उनका अनुप्रयोग (IT Gadgets and their Applications)
- ई-मेल आई0डी0 को बनाना एवं ई-मेल का प्रयोग/संचालन (Creating Email ID and Using/Operating Email)
- प्रिंटर, टेबलेट एवं मोबाइल का संचालन (Operating Printer, Tablet, and Mobile)
- वर्ड प्रोसेसिंग (MS-Word) एवं ऐक्सेल प्रोसेसिंग (MS-Excel) के महत्वपूर्ण तत्व (Important Elements of Word Processing (MS-Word) & Excel Processing (MS-Excel))
- ऑपरेटिंग सिस्टम, सोशल नेटवर्किंग, ई-गवर्नेस (Operating System, Social Networking, e-Governance)
- डिजिटल वितीय उपकरण और अनुप्रयोग (Digital Financial Devices and Applications)
- भविष्य के कौशल और साइवर सुरक्षा (Future Skills and Cyber Security)
- कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में होने वाले तकनीकी विकास एवं नवाचार (आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स, बिग डेटा प्रोसेसिंग, डीप लर्निंग, मशीन लर्निंग, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स) तथा इस क्षेत्र में भारत की उपलब्धियाँ (Technological Developments and Innovations in the Field of Computer and IT (Artificial Intelligence, Big Data Processing, Deep Learning, Machine Learning, Internet of Things) and India’s Achievements in this Field)
भाग-3: उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी (General Information related to the state of Uttar Pradesh) [20 अंक़]
- उत्तर प्रदेश का इतिहास (History of Uttar Pradesh)
- संस्कृति (Culture)
- कला (Art)
- वास्तुकला (Architecture)
- त्योहार (Festivals)
- लोक नृत्य (Folk Dances)
- साहित्य (Literature)
- क्षेत्रीय भाषायें (Regional Languages)
- विरासत (Heritage)
- सामाजिक रीति-रिवाज (Social Customs and Traditions)
- पर्यटन (Tourism)
- भौगोलिक परिदृश्य एवं पर्यावरण (Geographical Landscape and Environment)
- प्राकृतिक संसाधन (Natural Resources)
- जलवायु (Climate)
- मिट्टी (Soil)
- वन (Forests)
- वन्यजीव (Wildlife)
- खान और खनिज (Mines and Minerals)
- अर्थव्यवस्था (Economy)
- कृषि (Agriculture)
- उद्योग (Industries)
- व्यवसाय और रोजगार (Business and Employment)
- राजव्यवस्था एवं प्रशासन (Governance and Administration)
- समसामयिक घटनाएँ एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश राज्य की उपलब्धियाँ (Contemporary Events and Achievements of Uttar Pradesh in Various Fields)
🚀 तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ रणनीति (Best Preparation Strategy)
सफलता केवल कड़ी मेहनत से नहीं, बल्कि सही दिशा में की गई स्मार्ट मेहनत से मिलती है। UPSSSC Draftsman परीक्षा में अपनी एक सीट पक्की करने के लिए, आपको एक ऐसी रणनीति की आवश्यकता है जो व्यापक, व्यावहारिक और परिणामोन्मुखी हो।
चूंकि परीक्षा में अब केवल दो महीने बचे हों, तो रणनीति पूरी तरह से बदल जाती है। अब समय ज्ञान बटोरने का नहीं, बल्कि उसे समेटकर परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का है।
दोस्तों, घड़ी की सुइयां तेजी से भाग रही हैं और आपकी परीक्षा की तारीख (23 नवंबर 2025) अब दरवाजे पर दस्तक दे रही है। आपके सामने अब लगभग 60 दिनों का "करो या मरो" वाला समय है। अगर आपने अब तक पूरी किताब नहीं पढ़ी है तो घबराइए मत, क्योंकि अब मोटी-मोटी किताबें पढ़ने का समय वैसे भी नहीं है। यह समय है स्मार्ट वर्क का, रिवीजन का, और अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने का।
यह 60 दिन आपकी साल भर की मेहनत को सफलता में बदल सकते हैं, या आपकी एक छोटी सी लापरवाही सब पर पानी फेर सकती है। आइए, जानते हैं कि इन बचे हुए दिनों का अणु-अणु कैसे इस्तेमाल करना है।
🎯 मिशन 60-दिन: आपका एक्शन प्लान
- सबसे बड़ा हथियार मॉक टेस्ट (Mock Tests are Your Ultimate Weapon) अब से आपका हर तीसरा दिन एक मॉक टेस्ट के नाम होना चाहिए।
- कितने? सप्ताह में कम से कम 3 फुल-लेंथ मॉक टेस्ट (Full-Length Mock Tests) ज़रूर दें।
- कैसे? बिलकुल परीक्षा जैसे माहौल में, 120 मिनट का टाइमर लगाकर, बिना किसी डिस्टर्बेंस के टेस्ट दें।
- सबसे ज़रूरी काम: मॉक टेस्ट देने से ज़्यादा ज़रूरी है उसका एनालिसिस (Analysis) करना। टेस्ट के बाद 2-3 घंटे सिर्फ यह देखने में लगाएं:
- कौन से प्रश्न गलत हुए? (वे आपके कमजोर टॉपिक हैं)
- कौन से प्रश्न आते हुए भी गलत हुए? (ये सिली मिस्टेक्स हैं, इन्हें एक डायरी में लिखें)
- किन प्रश्नों में ज़्यादा समय लगा? (इन टॉपिक्स पर स्पीड बढ़ाने की ज़रूरत है)
- कौन से प्रश्न आपने छोड़ दिए? (क्या ये टॉपिक आपने पढ़ा ही नहीं?)
- प्रो-टिप: एक "गलतियों की डायरी" बनाएं और हर मॉक के बाद उसमें अपनी गलतियों को टॉपिक-वाइज लिखें। परीक्षा से पहले सिर्फ इसी कॉपी को पढ़कर जाना आपके 5-10 अंक बढ़ा सकता है।
- अब सिर्फ टारगेटेड रिवीजन (Targeted Revision Only) पूरी किताब या सारे नोट्स दोबारा पढ़ने की गलती न करें। मॉक टेस्ट के एनालिसिस से जो आपके कमजोर टॉपिक (Weak Areas) निकलकर आए हैं, केवल उन्हें ही रिवाइज करें।
- ट्रेड विषय (Trade Related Topics): महत्वपूर्ण फॉर्मूले, CAD कमांड्स, बिल्डिंग मटेरियल के स्पेसिफिकेशन्स, और ड्राइंग प्रोजेक्शन के नियम दोहराएं।
- कंप्यूटर (Computer): शॉर्टकट कीज, MS Office के फंक्शन्स, इन्टरनेट, साइबर सिक्यूरिटी टर्म्स, और नवीनतम टेक्नोलॉजी (AI, IoT) के वन-लाइनर नोट्स रिवाइज करें।
- यूपी जीके (UP GK): करेंट अफेयर्स की पिछले 6-8 महीने की मैगज़ीन, नीतियाँ और योजनायें, यूपी के प्रमुख स्थल, और ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक तथ्यों को बार-बार पढ़ें।
- प्रैक्टिस, प्रैक्टिस और सिर्फ प्रैक्टिस (Practice is Key) नया कुछ भी पढ़ने की बजाय, जितना हो सके वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (MCQs) को हल करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र (PYQs): UPSSSC द्वारा आयोजित पिछली परीक्षाओं के PYQs को ज़रूर हल करें। इससे आपको आयोग के प्रश्न पूछने का पैटर्न समझ आएगा।
- टॉपिक-वाइज क्विज: जिस भी टॉपिक का रिवीजन करें, उसके 25-30 MCQs तुरंत हल कर लें। इससे वह टॉपिक दिमाग में पक्का हो जाएगा।
- उनके लिए जो अब जागे हैं (For the Late Starters) अगर आप किसी कारणवश अभी तक गंभीर नहीं थे, तो भी हिम्मत मत हारिए। आपके पास अभी भी लगभग 50-60 दिन हैं। आपको बस अपनी मेहनत को दोगुना करना होगा।
- 80/20 का नियम अपनाएं: सिलेबस के उन 20% हिस्सों पर फोकस करें जिनसे 80% प्रश्न आते हैं। कंप्यूटर (15 अंक) और यूपी जीके (20 अंक) आपके लिए गेम-चेंजर हैं।
- सब कुछ पढ़ने की कोशिश न करें: महत्वपूर्ण और बार-बार पूछे जाने वाले टॉपिक्स को प्राथमिकता दें।
- आपका मंत्र: PYQs + Mock Test + Targeted Revision. बस इसी चक्र को अगले दो महीने तक दोहराते रहें।
⚠️ याद रखें: इन अंतिम दिनों में आपका आत्मविश्वास ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है। नकारात्मक लोगों और विचारों से दूर रहें। अच्छी नींद लें, स्वस्थ भोजन करें और खुद पर विश्वास रखें कि "मैं यह कर सकता हूँ!"
यह लड़ाई अब ज्ञान की नहीं, बल्कि धैर्य, गति और सटीकता की है। इन 60 दिनों में खुद को झोंक दीजिए, सफलता आपके कदम चूमेगी!
📚 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य (Relevant Facts for Exams)
- ड्राइंग शीट का आकार: A0 शीट का क्षेत्रफल 1 वर्ग मीटर होता है। A1, A0 का आधा होता है, A2, A1 का आधा, और इसी तरह आगे भी।
- पेंसिल ग्रेड: 'H' ग्रेड की पेंसिलें कठोर होती हैं और हल्की रेखाएँ खींचने के लिए उपयोग की जाती हैं (जैसे निर्माण रेखाएँ)। 'B' ग्रेड की पेंसिलें नरम होती हैं और गहरी, मोटी रेखाओं के लिए उपयोग की जाती हैं (जैसे ऑब्जेक्ट लाइनें)।
- CAD में 'Ortho' मोड: यह कर्सर की गति को क्षैतिज (Horizontal) या ऊर्ध्वाधर (Vertical) दिशा में प्रतिबंधित करता है, जिससे सीधी रेखाएँ बनाना आसान हो जाता है।
- GPS: यह कम से "4 उपग्रहों" का उपयोग करके किसी स्थान की सटीक स्थिति का पता लगाता है।
- लिंटेल (Lintel): यह दरवाजे या खिड़की के ऊपर की क्षैतिज संरचना होती है जो ऊपर की दीवार के भार को वहन करती है।
- उत्तर प्रदेश दिवस: यह 2018 से प्रतिवर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है।
❔ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: इस परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या है?
उत्तर: उम्मीदवारों के पास संबंधित ट्रेड में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट होना चाहिए। विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक अधिसूचना देखें।
प्रश्न 2: क्या नकारात्मक अंकन से बचने का कोई तरीका है?
उत्तर: यदि आप किसी प्रश्न के उत्तर के बारे में बिल्कुल भी सुनिश्चित नहीं हैं, तो अनुमान लगाने से बचें। केवल उन्हीं प्रश्नों का उत्तर दें जिनके बारे में आपको विश्वास हो।
प्रश्न 3: कंप्यूटर खंड के लिए किस स्तर के ज्ञान की आवश्यकता है?
उत्तर: आपको कंप्यूटर की बुनियादी समझ के साथ-साथ MS Office, इंटरनेट और नवीनतम तकनीकों जैसे AI, साइबर सुरक्षा आदि का व्यावहारिक ज्ञान होना चाहिए।
प्रश्न 6: UPSSSC Draftsman की परीक्षा तिथि क्या है?
उत्तर: UPSSSC द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, नक्शानवीस व मानचित्रक मुख्य परीक्षा 23 नवंबर 2025 को आयोजित की जाएगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों, UPSSSC Draftsman Syllabus और परीक्षा पैटर्न की यह विस्तृत जानकारी निश्चित रूप से आपकी तैयारी को सही दिशा देगी। याद रखें, सफलता के लिए निरंतरता, कड़ी मेहनत और एक स्मार्ट रणनीति का कोई विकल्प नहीं है। दिए गए सिलेबस के हर टॉपिक को कवर करें और नियमित रूप से अभ्यास करें।
अगले लेख में हम एक और महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे। अपनी तैयारी जारी रखें और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।
"सफलता अंतिम नहीं है, असफलता घातक नहीं है: यह जारी रखने का साहस है जो मायने रखता है।"
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