
नमस्ते साथियों! 👋
उत्तर प्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कनिष्ठ सहायक (Junior Assistant), वन रक्षक (Forest Guard), आशुलिपिक (Stenographer), और नक़्शानवीस (Draftsman) की तैयारी
में जुटे आप सभी का Rojgarbytes पर स्वागत है। जैसा कि आप जानते हैं, UPSSSC आयोग ने आगामी महीनों में इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं की घोषणा की है। इन सभी परीक्षाओं में
कंप्यूटर ज्ञान (Computer Knowledge) एक महत्वपूर्ण एवं स्कोरिंग विषय है। इसी को ध्यान में रखते हुए, हम आपके लिए UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set की एक विशेष सीरीज शुरू
किया है जिसमें हम पूरे सिलेबस को टॉपिक वाइज कवर कर रहे हैं। यह प्रैक्टिस सेट सीरीज आगामी सभी UPSSSC परीक्षाओं के लिए रामबाण साबित होगी क्योंकि इन सभी परीक्षाओं का कंप्यूटर सिलेबस (Computer Syllabus) लगभग समान है।
यह इस सीरीज का Practice Set No. 04 है जिसमें हम 'कम्प्यूटर का वर्गीकरण' (Classification of computers) अध्याय को कवर करेंगे। इसमें हमने परीक्षा के दृष्टिकोण से 15 सबसे महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) को उनके विस्तृत स्पष्टीकरण (Detailed explanation) के साथ शामिल किया है। यह प्रैक्टिस सेट आपकी तैयारी को अंतिम रूप देने और पूरे सिलेबस का तेजी से रिवीजन करने में मदद करेगा।
इस Practice Set में आपको मिलेगा / In this Mock Test you will get:
- UPSSSC आयोग स्तर के 15 महत्वपूर्ण कंप्यूटर MCQs (Model Question Paper)।
- प्रश्नों के सटीक उत्तर और अन्य विकल्पों सहित विस्तृत व्याख्या (full Explanation)।
- दोनों भाषाओं (हिंदी + English) में, ताकि कोई भी छात्र भाषा को लेकर असहज न हो।
⚠ नोट: यह Practice Set आपके कंप्यूटर एग्जाम की तैयारी को मजबूत करने के लिए बनाया गया है। हमारा लक्ष्य आपको हर तरह से बेहतर बनाना है ताकि आप एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकें। यह सिर्फ एक Practice Set है, इसलिए हम इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि एग्जाम में यही प्रश्न आएंगे।
कथन (A): हाइब्रिड कंप्यूटर में एनालॉग और डिजिटल दोनों कंप्यूटरों की विशेषताएं शामिल होती हैं। (Assertion (A): A hybrid computer incorporates features of both analog and digital computers.)
कारण (R): वे ईसीजी (ECG) मशीनों जैसे विशेष अनुप्रयोगों में उपयोगी होते हैं, जहां एनालॉग संकेतों को डिजिटल रूप से संसाधित और संग्रहीत किया जाता है। (Reason (R): They are useful in specialized applications like ECG machines, where
analog signals are processed and stored digitally.)
हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer) वास्तव में एक ऐसा कंप्यूटर है जो एनालॉग (Analog) और डिजिटल (Digital) दोनों घटकों का उपयोग करता है। कथन (A) सही है। इसका मुख्य उद्देश्य एनालॉग कंप्यूटर की तीव्र गणना गति और डिजिटल कंप्यूटर की सटीकता और मेमोरी का लाभ उठाना है।
कारण (R) इसकी सही व्याख्या करता है। चिकित्सा क्षेत्र में, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) मशीन रोगी के दिल की धड़कन (heartbeat) जैसे निरंतर एनालॉग डेटा को मापती है। इस एनालॉग सिग्नल को फिर डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित किया जाता है ताकि इसे सटीकता से संग्रहीत, विश्लेषण और प्रदर्शित किया जा सके। यह हाइब्रिड कंप्यूटिंग (Hybrid Computing) का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जहां एनालॉग इनपुट को डिजिटल प्रोसेसिंग के साथ जोड़ा जाता है। इसलिए, कारण (R) न केवल सत्य है, बल्कि यह कथन (A) का एक सटीक अनुप्रयोग और व्याख्या भी है।
सूची-I को सूची-II से सुमेलित करें और सही कूट चुनें। (Match List-I with List-II and select the correct code.)
सूची-I (कंप्यूटर का प्रकार) List-I (Computer Type) |
सूची-II (उदाहरण) List-II (Example) |
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P. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer) | 1. CDC 6600 |
Q. सुपरकंप्यूटर (Supercomputer) | 2. PDP-8 |
R. मिनीकंप्यूटर (Minicomputer) | 3. PARAM 8000 |
S. भारत का पहला सुपरकंप्यूटर (India's First Supercomputer) | 4. UNIVAC I |
- P. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer): UNIVAC I (Universal Automatic Computer I), जिसे 1951 में पेश किया गया था, पहला व्यावसायिक रूप से (commercially) सफल सामान्य-उद्देश्यीय इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था और इसे पहले मेनफ्रेम कंप्यूटरों में से एक माना जाता है। (P → 4)
- Q. सुपरकंप्यूटर (Supercomputer): CDC 6600, जिसे 1964 में सीमोर क्रे (Seymour Cray) द्वारा डिजाइन किया गया था, को व्यापक रूप से पहला सफल सुपरकंप्यूटर माना जाता है। यह अपने समय के किसी भी कंप्यूटर की तुलना में काफी तेज था। (Q → 1)
- R. मिनीकंप्यूटर (Minicomputer): PDP-8 (Programmed Data Processor-8), जिसे 1965 में डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) द्वारा लॉन्च किया गया था, पहला व्यावसायिक रूप से सफल मिनीकंप्यूटर था। इसने कंप्यूटिंग को छोटे व्यवसायों और प्रयोगशालाओं के लिए सुलभ बनाया। (R → 2)
- S. भारत का पहला सुपरकंप्यूटर (India's First Supercomputer): PARAM 8000 को 1991 में C-DAC (Center for Development of Advanced Computing) द्वारा विकसित किया गया था। यह भारत का पहला स्वदेशी सुपरकंप्यूटर है। (S → 3)
भारतीय सुपरकंप्यूटिंग के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें। (Consider the following statements regarding Indian Supercomputing.)
- PARAM श्रृंखला के सुपर कंप्यूटर C-DAC, पुणे द्वारा विकसित किए गए हैं। (The PARAM series of supercomputers are developed by C-DAC, Pune.)
- अनुपम (Anupam) श्रृंखला के सुपर कंप्यूटर BARC, मुंबई द्वारा विकसित किए गए हैं। (The Anupam series of supercomputers are developed by BARC, Mumbai.)
- पेस (PACE) श्रृंखला के सुपर कंप्यूटर DRDO की एक प्रयोगशाला, अनुराग (ANURAG) द्वारा विकसित किए गए हैं। (The PACE series of supercomputers are developed by ANURAG, a lab under DRDO.)
उपरोक्त में से कितने कथन सही हैं? (How many of the above statements are correct?)
दिए गए सभी तीनों कथन सही हैं। यह भारत के प्रमुख सुपरकंप्यूटिंग कार्यक्रमों का सटीक सारांश है।
- कथन 1: C-DAC (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग), पुणे, भारत का प्रमुख Supercomputing Research and Development Organization है। इसने 1991 में PARAM 8000 के साथ शुरुआत करते हुए PARAM (PARAllel Machine) श्रृंखला विकसित की। यह कथन सही है।
- कथन 2: BARC (भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र), मुंबई, ने अपने आंतरिक अनुसंधान और विकास आवश्यकताओं, विशेष रूप से परमाणु मॉडलिंग और सिमुलेशन (Atomistic modeling and simulation) के लिए, अनुपम (Anupam) श्रृंखला के सुपर कंप्यूटर विकसित किए हैं। यह कथन सही है।
- कथन 3: अनुराग (ANURAG - Advanced Numerical Research and Analysis Group), हैदराबाद में स्थित DRDO (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) की एक प्रयोगशाला है। यह रक्षा अनुप्रयोगों, जैसे कम्प्यूटेशनल फ्लूइड डायनेमिक्स और क्रिप्टोग्राफी (Computational Fluid Dynamics and Cryptography) के लिए पेस (PACE - Processor for Aerodynamic Computation and Evaluation) श्रृंखला के सुपर कंप्यूटर विकसित करता है। यह कथन सही है।
निम्नलिखित में से कौन सा समूह से संबंधित नहीं है? (Which of the following does not belong to the group?)
यह प्रश्न आकार और क्षमता के आधार पर कंप्यूटरों के वर्गीकरण पर आधारित है।
- नोटबुक (Notebook), टैबलेट पीसी (Tablet PC), और स्मार्टफोन (Smartphone) सभी माइक्रोकंप्यूटर (Microcomputers) की श्रेणी में आते हैं। ये व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किए गए छोटे, पोर्टेबल डिवाइस हैं और एक माइक्रोप्रोसेसर को अपनी केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई (CPU) के रूप में उपयोग करते हैं।
- मेनफ्रेम (Mainframe) एक बहुत बड़ा, शक्तिशाली और महंगा कंप्यूटर है जिसका उपयोग बड़े संगठनों द्वारा महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों और थोक डेटा प्रसंस्करण (bulk data processing) के लिए किया जाता है, जैसे कि जनगणना, उद्योग और उपभोक्ता सांख्यिकी (Consumer Statistics), और उद्यम संसाधन योजना (ERP)। यह आकार, प्रसंस्करण शक्ति (processing power) और उपयोग के मामले में दूसरों से बिल्कुल अलग है।
इसलिए, मेनफ्रेम इस समूह में विषम है।
एक राष्ट्रीय बैंक को अपने लाखों ग्राहकों के लिए प्रतिदिन अरबों लेनदेन (transactions) को सुरक्षित और समवर्ती (concurrently) रूप से संसाधित करने की आवश्यकता है। इस कार्य के लिए किस प्रकार का कंप्यूटर सबसे उपयुक्त होगा? (A national bank needs to securely and concurrently process billions of transactions daily for its millions of customers. Which type of computer would be most suitable for this task?)
दिए गए परिदृश्य के लिए मेनफ्रेम कंप्यूटर सबसे उपयुक्त विकल्प है।
- मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer): इन्हें विशेष रूप से उच्च-मात्रा वाले ऑनलाइन लेनदेन प्रसंस्करण (high-volume online transaction processing - OLTP) और बैच प्रसंस्करण (batch processing) के लिए डिज़ाइन किया गया है। वे अपनी अत्यधिक उच्च विश्वसनीयता (reliability), उपलब्धता (availability), और सेवाक्षमता (serviceability) के लिए जाने जाते हैं, जो बैंकिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है। वे एक साथ हजारों उपयोगकर्ताओं को संभाल सकते हैं।
- सुपरकंप्यूटर (Supercomputer): ये जटिल वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग समस्याओं को हल करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनके लिए अत्यधिक तीव्र गणना की आवश्यकता होती है (जैसे मौसम पूर्वानुमान, आणविक मॉडलिंग / Molecular modeling)। वे उच्च-मात्रा वाले लेनदेन प्रसंस्करण (high-volume transaction processing) के लिए अनुकूलित नहीं हैं।
- मिनीकंप्यूटर (Minicomputer) और माइक्रोकंप्यूटर (Microcomputer) में राष्ट्रीय बैंक के पैमाने पर आवश्यक प्रसंस्करण शक्ति (Required processing power), सुरक्षा और समवर्ती क्षमता (concurrent capabilities) का अभाव होता है।
निम्नलिखित कंप्यूटर प्रकारों को उनके पहले सफल व्यावसायिक परिचय के अनुसार सही कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित करें। (Arrange the following computer types in the correct chronological order of their first successful commercial introduction.)
- सुपरकंप्यूटर (Supercomputer)
- माइक्रोकंप्यूटर (Microcomputer)
- मिनीकंप्यूटर (Minicomputer)
- मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
कंप्यूटरों के विकास का सही कालानुक्रमिक क्रम इस प्रकार है:
- मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer): 1951 में UNIVAC I के लॉन्च के साथ मेनफ्रेम युग की शुरुआत हुई। ये शुरुआती, बड़े पैमाने के कंप्यूटर थे। (क्रम में पहला)
- मिनीकंप्यूटर (Minicomputer): 1965 में DEC PDP-8 के आगमन ने मिनीकंप्यूटर की श्रेणी बनाई, जो मेनफ्रेम से छोटे, सस्ते और विभागों और छोटी कंपनियों के लिए सुलभ थे। (क्रम में दूसरा)
- सुपरकंप्यूटर (Supercomputer): हालांकि मेनफ्रेम के साथ विकसित हुए, पहला सफल सुपरकंप्यूटर CDC 6600 1964 में पेश किया गया था, लेकिन यह श्रेणी 1970 के दशक में क्रे रिसर्च (Cray Research) के साथ प्रमुखता से उभरी। PDP-8 के बाद इसका व्यापक प्रभाव देखा गया। यहाँ दिए गए विकल्पों में से, यह मेनफ्रेम और मिनीकंप्यूटर के बाद आता है।
- माइक्रोकंप्यूटर (Microcomputer): 1970 के दशक की शुरुआत में माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार ने माइक्रोकंप्यूटर के विकास को संभव बनाया। पहला माइक्रोकंप्यूटर, Micral N, 1973 में आया और बाद में Apple I (1976) और IBM PC (1981) जैसे मॉडलों ने इसे लोकप्रिय बनाया। (क्रम में अंतिम)
सही क्रम: मेनफ्रेम (1950s) → मिनीकंप्यूटर (1960s) → सुपरकंप्यूटर (1960s/70s) → माइक्रोकंप्यूटर (1970s)। दिए गए विकल्पों में से 4, 3, 1, 2 सबसे सटीक है।
एक ______ कंप्यूटर निरंतर भौतिक मात्राओं, जैसे दबाव या तापमान, को मापकर डेटा को संसाधित करता है। (A ______ computer processes data by measuring continuous physical quantities, such as pressure or temperature.)
- एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer): ये कंप्यूटर डेटा के निरंतर रूपों (continuous forms of data) पर काम करते हैं। वे भौतिक मात्राओं जैसे वोल्टेज, दबाव, तापमान, गति आदि का प्रतिनिधित्व करने के लिए भौतिक एनालॉग का उपयोग करते हैं। इनका उपयोग उन समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है जहां डेटा लगातार बदलता रहता है। स्पीडोमीटर (Speedometer) और थर्मामीटर (Thermometer) एनालॉग उपकरणों के सरल उदाहरण हैं।
- डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer): ये बाइनरी अंकों (0 और 1) के रूप में असतत (discrete) डेटा पर काम करते हैं। आज के अधिकांश कंप्यूटर डिजिटल हैं।
- हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer): यह एनालॉग और डिजिटल दोनों तकनीकों का संयोजन है। उदाहरण: रोगी निगरानी प्रणालियाँ / Patient Monitoring Systems (जैसे, ICU में), अल्ट्रासाउंड मशीन / Ultrasound Machines, पेट्रोल पंप / Petrol Pumps, गैसोलीन वेंडिंग मशीनें / Gasoline Vending Machines, उड़ान सिम्युलेटर / Flight Simulators.
- क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer): क्वांटम कंप्यूटर एक क्रांतिकारी कंप्यूटिंग सिस्टम है जो गणना (calculations) करने के लिए क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) के सिद्धांतों का उपयोग करता है। यह पारंपरिक (Classical) कंप्यूटरों से मौलिक रूप से अलग है। पारंपरिक कंप्यूटर बिट्स (Bits) का उपयोग करते हैं, जो या तो 0 या 1 की स्थिति में हो सकते हैं (जैसे एक बिजली का स्विच या तो चालू या बंद होता है)। इसके विपरीत, क्वांटम कंप्यूटर क्वांटम बिट्स या क्यूबिट्स (Qubits) का उपयोग करते हैं, जो क्वांटम यांत्रिकी की तीन प्रमुख अवधारणाओं का लाभ उठाते हैं: सुपरपोज़िशन (Superposition), एंटेंगलमेंट (Entanglement), इंटरफेरेंस (Interference)
1970 के दशक में माइक्रोकंप्यूटर (पर्सनल कंप्यूटर) के विकास और लोकप्रियता का प्राथमिक तकनीकी कारण क्या था? (What was the primary technological cause for the development and popularity of microcomputers (personal computers) in the 1970s?)
- माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार (Invention of the microprocessor): यह माइक्रोकंप्यूटर क्रांति का मुख्य कारण था। 1971 में इंटेल द्वारा Intel 4004 के आविष्कार ने एक ही सिलिकॉन चिप पर संपूर्ण सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) को रखना संभव बना दिया। इस लघुकरण (miniaturization) ने छोटे, सस्ते और व्यक्तिगत उपयोग के लिए पर्याप्त शक्तिशाली कंप्यूटरों का निर्माण संभव बनाया, जिन्हें हम आज माइक्रोकंप्यूटर या PC के रूप में जानते हैं।
- एकीकृत सर्किट (ICs): ICs का विकास एक महत्वपूर्ण पूर्ववर्ती कदम (Important Preliminary Steps) था जिसने माइक्रोप्रोसेसर को संभव बनाया, लेकिन यह स्वयं माइक्रोप्रोसेसर ही था जिसने PC के लिए द्वार खोले।
- चुंबकीय टेप (Magnetic tape): यह एक स्टोरेज माध्यम है और इसका आविष्कार बहुत पहले हो गया था।
- इंटरनेट (Internet): इंटरनेट का विकास पीसी की लोकप्रियता के बाद हुआ और इसने उनकी उपयोगिता को बढ़ाया, लेकिन यह उनके निर्माण का कारण नहीं था।
भारत में सुपरकंप्यूटर के जनक के रूप में किसे जाना जाता है? (Who is known as the father of supercomputing in India?)
डॉ. विजय पांडुरंग भटकर (Dr. Vijay Pandurang Bhatkar) को व्यापक रूप से भारतीय सुपरकंप्यूटर का जनक (Father of Indian supercomputers) माना जाता है। उन्होंने 1991 में भारत के पहले सुपरकंप्यूटर, PARAM 8000 को विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व किया था। यह C-DAC (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की स्थापना और उसके मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसका उद्देश्य सुपरकंप्यूटिंग में भारत को आत्मनिर्भर बनाना था। उनके नेतृत्व ने भारत को उन कुछ देशों के विशिष्ट क्लब में शामिल कर दिया जिनके पास अपनी सुपरकंप्यूटिंग तकनीक थी।
पहला व्यावसायिक रूप से सफल मिनीकंप्यूटर ______ था, जिसे डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) द्वारा 1965 में पेश किया गया था। (The first commercially successful minicomputer was the ______, introduced by Digital Equipment Corporation (DEC) in 1965.)
- PDP-8: प्रोग्राम्ड डेटा प्रोसेसर-8 (PDP-8) को व्यापक रूप से पहला व्यावसायिक रूप से सफल मिनीकंप्यूटर माना जाता है। इसकी अपेक्षाकृत कम कीमत (उस समय के लिए) और छोटे आकार ने इसे प्रयोगशालाओं, विश्वविद्यालयों और छोटी कंपनियों के लिए सुलभ बना दिया, जिससे कंप्यूटिंग के लोकतंत्रीकरण (democratization) में मदद मिली।
- IBM System/360: यह 1964 में पेश किया गया एक प्रभावशाली मेनफ्रेम कंप्यूटर परिवार था।
- Cray-1: यह 1976 में पेश किया गया एक प्रसिद्ध सुपरकंप्यूटर था।
- Kenbak-1: इसे पहला व्यक्तिगत कंप्यूटर (माइक्रोकंप्यूटर) माना जाता है, जिसे 1971 में पेश किया गया था।
वे कंप्यूटर जो विशेष रूप से एक ही कार्य करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, ______ कंप्यूटर कहलाते हैं। (Computers that are designed specifically to perform a single task are known as ______ computers.)
यह प्रश्न उपयोग के आधार पर कंप्यूटरों के वर्गीकरण से संबंधित है।
- विशेष-उद्देश्यीय कंप्यूटर (Special-Purpose Computer): इन्हें एक विशिष्ट कार्य या कार्यों के एक सेट को करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उनके निर्देश स्थायी रूप से संग्रहीत होते हैं और उन्हें बदला नहीं जा सकता है। उदाहरणों में ट्रैफिक लाइट कंट्रोलर, वॉशिंग मशीन में लगा कंट्रोलर, और वैज्ञानिक उपकरणों में एम्बेडेड कंप्यूटर शामिल हैं।
- सामान्य-उद्देश्यीय कंप्यूटर (General-Purpose Computer): ये विभिन्न प्रकार के कार्यों को करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देशों (प्रोग्राम) के आधार पर वे कोई भी कार्य कर सकते हैं। हमारा डेस्कटॉप, लैपटॉप और स्मार्टफोन सामान्य-उद्देश्यीय कंप्यूटर के उदाहरण हैं।
निम्नलिखित भारतीय सुपर कंप्यूटरों में से कौन सा एक BARC (भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र) द्वारा विकसित किया गया है? (Which one of the following Indian supercomputers is developed by BARC (Bhabha Atomic Research Centre)?)
भारत में विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों द्वारा अलग-अलग सुपरकंप्यूटर श्रृंखलाएं विकसित की गई हैं।
- Anupam-Adhya: अनुपम (Anupam) श्रृंखला पूरी तरह से BARC द्वारा अपने आंतरिक अनुसंधान, विशेष रूप से परमाणु ऊर्जा से संबंधित जटिल गणनाओं के लिए विकसित की गई है। Anupam-Adhya इसी श्रृंखला का एक हिस्सा है।
- PARAM Yuva II: यह C-DAC द्वारा विकसित PARAM श्रृंखला का हिस्सा है।
- PACE+: यह DRDO की प्रयोगशाला ANURAG द्वारा विकसित PACE श्रृंखला का हिस्सा है।
- Saga-220: यह ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा विकसित एक सुपरकंप्यूटर है।
इसलिए, Anupam-Adhya सही उत्तर है क्योंकि यह BARC से संबंधित है।
कार्यप्रणाली (Mechanism) के आधार पर, कंप्यूटर को किन तीन मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है? (Based on the mechanism, computers can be classified into which three main types?)
कंप्यूटरों का वर्गीकरण कई मानदंडों पर किया जाता है। प्रश्न विशेष रूप से "कार्यप्रणाली" या "कार्य सिद्धांत" (Mechanism or Working Principle) के आधार पर वर्गीकरण के बारे में पूछता है।
- एनालॉग (Analog): निरंतर डेटा (continuous data) पर काम करते हैं।
- डिजिटल (Digital): असतत डेटा (discrete data), यानी बाइनरी अंकों पर काम करते हैं।
- हाइब्रिड (Hybrid): एनालॉग और डिजिटल दोनों सिद्धांतों का उपयोग करते हैं।
अन्य विकल्प अन्य वर्गीकरण मानदंडों पर आधारित हैं:
- विकल्प (a) आकार और क्षमता (Size and Capacity) पर आधारित है।
- विकल्प (b) और (d) उपयोग या उद्देश्य (Use or Purpose) पर आधारित हैं।
एक क्वांटम कंप्यूटर की मौलिक सूचना इकाई क्या है, जो एक ही समय में 0 और 1 दोनों अवस्थाओं में मौजूद रह सकती है? (What is the fundamental unit of information in a quantum computer, which can exist in a superposition of both 0 and 1 states at the same time?)
यह प्रश्न उभरते हुए विशेष प्रकार के कंप्यूटरों से संबंधित है।
- क्यूबिट (Qubit): इसका पूरा नाम क्वांटम बिट (Quantum Bit) है। यह क्वांटम कंप्यूटिंग में सूचना की मूल इकाई है। पारंपरिक कंप्यूटरों में एक बिट (Bit) या तो 0 हो सकता है या 1। लेकिन एक क्यूबिट, सुपरपोजिशन (Superposition) के क्वांटम-मैकेनिकल सिद्धांत के कारण, एक ही समय में 0, 1, या दोनों का संयोजन हो सकता है। यह गुण क्वांटम कंप्यूटरों को कुछ प्रकार की समस्याओं को पारंपरिक कंप्यूटरों की तुलना में बहुत तेजी से हल करने की क्षमता प्रदान करता है।
- बाइट (Byte): यह 8 बिट का समूह है।
- फ्लोप्स (FLOPS): यह "फ्लोटिंग-पॉइंट ऑपरेशंस प्रति सेकंड" (Floating-Point Operations Per Second) का संक्षिप्त रूप है और यह कंप्यूटर, विशेष रूप से सुपर कंप्यूटर की प्रदर्शन गति को मापने की एक इकाई है।
दुनिया का पहला लैपटॉप कंप्यूटर, जिसे क्लैमशेल डिजाइन (clamshell design) का श्रेय दिया जाता है, कौन सा था? (Which was the world's first laptop computer, credited with the clamshell design?)
- GRiD Compass 1101: 1982 में बिल मोग्रिज (Bill Moggridge) द्वारा डिजाइन किया गया, GRiD Compass पहला पोर्टेबल कंप्यूटर था जिसमें क्लैमशेल डिजाइन (clamshell design) का उपयोग किया गया था (जहां स्क्रीन मुड़कर कीबोर्ड के ऊपर बंद हो जाती है)। यह बहुत महंगा था और मुख्य रूप से अमेरिकी सेना और नासा (NASA) द्वारा उपयोग किया जाता था। इसे अक्सर पहला वास्तविक लैपटॉप माना जाता है।
- Osborne 1: 1981 में जारी, यह पहला व्यावसायिक रूप से सफल पोर्टेबल माइक्रोकंप्यूटर था, लेकिन यह एक सूटकेस (suitcase) जैसा दिखता था और इसमें क्लैमशेल डिजाइन (clamshell design) नहीं था।
- IBM PC (1981) और Apple Macintosh (1984) डेस्कटॉप कंप्यूटर थे, लैपटॉप नहीं।
Performance Stats
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Negative Marks
Final Score
Accuracy
निष्कर्ष (Conclusion)
साथियों, हमें उम्मीद है कि UPSSSC Junior Assistant Computer Practice Set 04 पर आधारित यह विशेष अभ्यास सेट आपकी तैयारी में सहायक सिद्ध होगा। इस प्रैक्टिस सेट के माध्यम से हमने कम्प्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computers) से जुड़े उन सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को कवर करने का प्रयास किया है, जो अक्सर UPSSSC की विभिन्न परीक्षाओं जैसे जूनियर असिस्टेंट, फॉरेस्ट गार्ड, स्टेनोग्राफर, और अन्य में पूछे जाते हैं। याद रखें, परीक्षा में सफलता के लिए केवल पढ़ना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पढ़े हुए ज्ञान का सही समय पर सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है।
नियमित अभ्यास और कड़ी मेहनत ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाएगी। Rojgarbytes पर हम इसी तरह के और भी प्रैक्टिस सेट्स और साप्ताहिक मॉक टेस्ट (Mock Tests) आपके लिए लाते रहेंगे ताकि आपकी तैयारी पूरी तरह से एग्जाम-रेडी हो सके। हमारा अगला प्रैक्टिस सेट 05, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर (Hardware and Software) विषय पर आधारित होगा। हमारे साथ जुड़े रहें, नियमित अभ्यास करते रहें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं।
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"संघर्ष की रात जितनी अंधेरी होती है, सफलता का सूरज उतना ही तेज चमकता है।"