
दोस्तों, कंप्यूटर जागरूकता (Computer Awareness) आजकल लगभग हर प्रतियोगी परीक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। अक्सर छात्र बेसिक प्रश्न तो आसानी से हल कर लेते हैं, लेकिन जब परीक्षा में थोड़े गहरे या घुमावदार प्रश्न आते हैं, तो वे भ्रमित हो जाते हैं। इसी समस्या को हल करने के लिए, हम इस सिरीज में Top 40 Computer Questions & Answers की एक विशेष सूची लेकर आए हैं जो न तो बहुत आसान हैं और न ही बहुत कठिन। ये प्रश्न आपके ज्ञान को परखेंगे और परीक्षा में आपको दूसरों से एक कदम आगे रखेंगे।
इस लेख में, हम कंप्यूटर फंडामेंटल्स (Computer Fundamentals Questions in Hindi) के हर महत्वपूर्ण पहलू को कवर करेंगे, जिसमें कंप्यूटर आर्किटेक्चर, मेमोरी, सॉफ्टवेयर, नेटवर्किंग और सुरक्षा शामिल हैं। ये प्रश्न और उनके विस्तृत उत्तर आपको अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने और उन्हें लंबे समय तक याद रखने में मदद करेंगे। चलिए, अपनी तैयारी को एक नए स्तर पर ले जाएं!
🎯 Computer Fundamentals के 40 महत्वपूर्ण प्रश्न–उत्तर (Hindi Q&A)
यहाँ कंप्यूटर फंडामेंटल्स के विभिन्न अध्यायों से चुने गए 40 सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं।
कंप्यूटर आर्किटेक्चर उन विशेषताओं से संबंधित है जो एक प्रोग्रामर को सीधे दिखाई देती हैं, जैसे निर्देश सेट (Instruction Set), डेटा प्रकार (Data Types) आदि। वहीं, कंप्यूटर संगठन उन हार्डवेयर यूनिट्स के कार्यान्वयन (execution) और उनके बीच के कनेक्शन से संबंधित है जो वास्तुकला विनिर्देश (Architectural Specifications) को लागू करते हैं, जैसे नियंत्रण संकेत (Control Signal), बाह्य उपकरण (Peripherals)।
कंट्रोल यूनिट (CU) कंप्यूटर के सभी ऑपरेशन्स को निर्देशित और नियंत्रित (directed and controlled) करती है। यह मेमोरी से निर्देश (Instructions) को प्राप्त (fetch) करती है, उन्हें डिकोड करती है, और फिर उन्हें निष्पादित (execute) करने के लिए कंप्यूटर के अन्य भागों को कंट्रोल सिग्नल (Control Signal) भेजती है। इसे सीपीयू का नर्वस सिस्टम (Nervous System of CPU) भी कहा जाता है।
रजिस्टर्स (Registers) सीपीयू (CPU) के अंदर स्थित बहुत छोटी, हाई-स्पीड मेमोरी लोकेशन होती हैं। ये सीपीयू द्वारा तत्काल उपयोग किए जाने वाले डेटा (Data), निर्देश (Instructions) और मेमोरी एड्रेस (Memory Address) को स्टोर करते हैं। चूँकि ये सीपीयू चिप (CPU Chip) पर ही स्थित होते हैं, इसलिए डेटा को एक्सेस करने में लगने वाला समय मुख्य मेमोरी की तुलना में नगण्य (negligible) होता है, जिससे ये सबसे तेज मेमोरी बनते हैं।
सिस्टम बस तारों (wires) या कंडक्टर्स (conductors) का एक समूह है जो कंप्यूटर के विभिन्न घटकों (जैसे सीपीयू, मेमोरी, I/O डिवाइस) के बीच डेटा और कंट्रोल सिग्नल का संचार करता है। इसके तीन मुख्य प्रकार हैं:
- डेटा बस (Data Bus): डेटा को ट्रांसफर करती है।
- एड्रेस बस (Address Bus): मेमोरी लोकेशन के एड्रेस को ट्रांसफर करती है।
- कंट्रोल बस (Control Bus): कंट्रोल और टाइमिंग सिग्नल को ट्रांसफर करती है।
CISC (Complex Instruction Set Computer) में एक बड़ा और जटिल इंस्ट्रक्शन सेट होता है, जहाँ एक ही इंस्ट्रक्शन कई निम्न-स्तरीय कार्य (Low-level functions) कर सकता है। वहीं, RISC (Reduced Instruction Set Computer) में एक छोटा और सरल इंस्ट्रक्शन सेट होता है, जहाँ प्रत्येक इंस्ट्रक्शन एक बहुत ही सरल कार्य करता है। RISC प्रोसेसर आमतौर पर तेज और अधिक कुशल होते हैं।
पाइपलाइनिंग सीपीयू के प्रदर्शन (performance) को बेहतर बनाने की एक तकनीक है। इसमें एक इंस्ट्रक्शन के निष्पादन (execution) को कई चरणों (stages) में विभाजित किया जाता है। जब एक इंस्ट्रक्शन पहले चरण से दूसरे चरण में जाता है, तो सीपीयू पहले चरण में अगला इंस्ट्रक्शन लाना शुरू कर देता है, जिससे एक ही समय में कई इंस्ट्रक्शन प्रोसेस होते हैं।
नॉर्थब्रिज और साउथब्रिज मदरबोर्ड पर दो मुख्य चिपसेट (Chipset) हैं। नॉर्थब्रिज (Northbridge) सीधे सीपीयू से जुड़ा होता है और हाई-स्पीड घटकों जैसे रैम (RAM) और ग्राफिक्स कार्ड (Graphics Card) का प्रबंधन करता है। साउथब्रिज (Southbridge) धीमे पेरिफेरल डिवाइस (Slow peripheral devices) जैसे USB, SATA और PCI स्लॉट को नियंत्रित करता है।
क्लॉक स्पीड यह मापती है कि एक प्रोसेसर प्रति सेकंड कितने साइकिल (cycles) निष्पादित (execute) कर सकता है। एक हर्ट्ज़ (Hz) का मतलब एक साइकिल प्रति सेकंड (one cycle per second) है, इसलिए एक गीगाहर्ट्ज़ (GHz) का मतलब एक अरब साइकिल प्रति सेकंड (One billion cycles per second) है। जितनी अधिक क्लॉक स्पीड होगी, प्रोसेसर उतनी ही तेजी से इंस्ट्रक्शन्स को प्रोसेस कर पाएगा।
एक्युमुलेटर सीपीयू में एक प्रकार का रजिस्टर (register) है जिसका उपयोग अंकगणितीय और तार्किक (Arithmetic and Logic) ऑपरेशनों के मध्यवर्ती परिणामों (intermediate results) को संग्रहीत (store) करने के लिए किया जाता है। गणना के बाद अंतिम परिणाम (Final result) भी अक्सर इसी में संग्रहीत होता है।
DMA एक ऐसी सुविधा है जो I/O डिवाइस को सीपीयू की भागीदारी के बिना सीधे मुख्य मेमोरी (RAM) से डेटा भेजने या प्राप्त करने की अनुमति देती है। यह सीपीयू को अन्य कार्यों के लिए मुक्त (free) कर देता है, जिससे सिस्टम का समग्र प्रदर्शन (overall performance) बढ़ जाता है।
इंस्ट्रक्शन साइकिल वह प्रक्रिया है जिससे एक कंप्यूटर एक प्रोग्राम इंस्ट्रक्शन (Program Instruction) को निष्पादित (execute) करता है। इसके चार मुख्य चरण हैं:
- फेच (Fetch) - मेमोरी से इंस्ट्रक्शन लाना
- डिकोड (Decode) - इंस्ट्रक्शन को समझना
- एक्जीक्यूट (Execute) - ऑपरेशन करना
- स्टोर (Store) - परिणाम को मेमोरी या रजिस्टर में संग्रहीत करना।
जब सीपीयू को डेटा की आवश्यकता होती है और वह डेटा कैश मेमोरी (cache memory) में मिल जाता है, तो इसे कैश हिट (Cache Hit) कहते हैं। यदि डेटा कैश में नहीं मिलता है और सीपीयू को उसे रैम (RAM) से लाना पड़ता है, तो इसे कैश मिस (Cache Miss) कहते हैं। अधिक कैश हिट दर (Higher cache hit rate) बेहतर प्रदर्शन (Better performance) का संकेत है।
वर्ड लेंथ बिट्स (bits) की वह संख्या है जिसे कंप्यूटर का सीपीयू एक बार में प्रोसेस कर सकता है। सामान्य वर्ड लेंथ 8, 16, 32 और 64 बिट्स हैं। एक बड़ी शब्द लंबाई (word length) का मतलब है कि कंप्यूटर एक बार में अधिक डेटा प्रोसेस कर सकता है, जिससे उसकी प्रोसेसिंग पावर बढ़ जाती है।
इंटरप्ट एक सिग्नल है जो हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर द्वारा सीपीयू को भेजा जाता है, यह इंगित करने के लिए कि कोई घटना घटी है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। जब सीपीयू को एक इंटरप्ट प्राप्त होता है, तो वह अपने वर्तमान कार्य को रोककर इंटरप्ट को हैंडल करता है और फिर वापस अपने काम पर लौटता है।
SRAM डेटा को स्टोर करने के लिए फ्लिप-फ्लॉप (Flip-Flops) का उपयोग करती है और इसे रिफ्रेश करने की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे यह तेज होती है लेकिन महंगी भी। DRAM डेटा को कैपेसिटर (Capacitors) में स्टोर करती है और इसे लगातार रिफ्रेश करना पड़ता है, जिससे यह धीमी और सस्ती होती है। कैश मेमोरी (Cache memory) SRAM से बनी होती है जबकि मुख्य रैम (Main RAM) DRAM होती है।
वर्चुअल मेमोरी एक मेमोरी प्रबंधन तकनीक (Memory management techniques) है जो ऑपरेटिंग सिस्टम को हार्ड डिस्क के एक हिस्से को रैम (RAM) के विस्तार के रूप में उपयोग करने की अनुमति देती है। जब रैम भर जाती है, तो रैम के निष्क्रिय डेटा (Inactive data) को हार्ड डिस्क पर स्वैप (swap) कर दिया जाता है, जिससे अधिक प्रोग्राम एक साथ चल सकते हैं।
ये सभी ROM (Read-Only Memory) के प्रकार हैं:
- PROM (Programmable ROM): इसे उपयोगकर्ता द्वारा केवल एक बार प्रोग्राम किया जा सकता है।
- EPROM (Erasable Programmable ROM): इसे पराबैंगनी (ultraviolet) प्रकाश का उपयोग करके मिटाया और फिर से प्रोग्राम किया जा सकता है।
- EEPROM (Electrically Erasable Programmable ROM): इसे विद्युत सिग्नल का उपयोग करके मिटाया और फिर से प्रोग्राम किया जा सकता है। पेन ड्राइव और SSD में EEPROM तकनीक का उपयोग होता है।
मेमोरी पदानुक्रम कंप्यूटर मेमोरी को गति, लागत और क्षमता के आधार पर एक पिरामिड के रूप में व्यवस्थित करता है। सबसे ऊपर सबसे तेज, सबसे महंगी और सबसे कम क्षमता वाली मेमोरी (रजिस्टर्स, कैश) होती है, और सबसे नीचे सबसे धीमी, सबसे सस्ती और सबसे अधिक क्षमता वाली मेमोरी (मैग्नेटिक टेप, हार्ड डिस्क) होती है।
फर्मवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो हार्डवेयर डिवाइस के ROM में स्थायी रूप से संग्रहीत होता है। यह उस डिवाइस के लिए निम्न-स्तरीय नियंत्रण (low-level control) प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, कंप्यूटर का BIOS या वाशिंग मशीन का कंट्रोल प्रोग्राम फर्मवेयर है।
SSD में कोई गतिशील भाग (moving part) नहीं होता है; यह डेटा स्टोर करने के लिए फ्लैश मेमोरी (Flash Memory) का उपयोग करता है, जबकि HDD एक घूमने वाली डिस्क (Platter) और एक रीड/राइट हेड का उपयोग करता है। इस कारण SSD बहुत तेज, अधिक टिकाऊ, शांत और कम बिजली की खपत करने वाला होता है।
बफर एक अस्थायी स्टोरेज क्षेत्र (temporary storage area) है जिसका उपयोग दो अलग-अलग गति वाले उपकरणों के बीच डेटा ट्रांसफर की दर को बराबर करने के लिए किया जाता है (जैसे Printer Buffer)। कैश एक हाई-स्पीड मेमोरी है जो अक्सर उपयोग किए जाने वाले डेटा को स्टोर करती है ताकि सीपीयू इसे रैम से लाने के बजाय जल्दी से एक्सेस कर सके।
समय के साथ, हार्ड ड्राइव पर एक फ़ाइल के टुकड़े (fragments) अलग-अलग स्थानों पर संग्रहीत हो जाते हैं। डीफ़्रेग्मेंटेशन इस प्रक्रिया को उलट देता है, सभी टुकड़ों को एक साथ लाता है और खाली जगह को समेकित (consolidate) करता है। इससे फ़ाइलों को पढ़ने की गति बढ़ जाती है। 💡 यह प्रक्रिया केवल HDD पर प्रभावी है, SSD पर नहीं।
मेमोरी लैटेंसी या एक्सेस टाइम वह समय है जो डेटा के लिए अनुरोध करने और उसके उपलब्ध होने के बीच लगता है। HDD के लिए, इसमें सीक टाइम (Seek Time) और रोटेशनल लैटेंसी (Rotational Latency) शामिल है। कम लैटेंसी (low latency) का मतलब तेज मेमोरी प्रदर्शन (Fast memory performance) है।
RAID का मतलब Redundant Array of Independent Disks है। यह डेटा भंडारण को बेहतर प्रदर्शन (performance) या विश्वसनीयता (reliability) के लिए कई हार्ड ड्राइव में वितरित करने की एक तकनीक है। विभिन्न RAID स्तर (जैसे RAID 0, RAID 1, RAID 5) प्रदर्शन और अतिरेक (redundancy) का अलग-अलग संतुलन प्रदान करते हैं।
इंपैक्ट प्रिंटर (जैसे डॉट-मैट्रिक्स) कागज पर स्याही रिबन से टकराकर प्रिंट करते हैं, जिससे वे शोर (noise) करते हैं। नॉन-इंपैक्ट प्रिंटर (जैसे इंकजेट, लेजर) बिना कागज को छुए प्रिंट करते हैं (स्याही स्प्रे करके या टोनर को फ्यूज करके), इसलिए वे शांत और तेज होते हैं।
मुख्य अंतर डेटा ट्रांसफर गति का है। USB 2.0 की अधिकतम सैद्धांतिक गति 480 Mbps (मेगाबिट्स प्रति सेकंड) है, जबकि USB 3.0 की गति 5 Gbps (गीगाबिट्स प्रति सेकंड) तक हो सकती है, जो लगभग 10 गुना तेज है। USB 3.0 पोर्ट आमतौर पर नीले रंग के होते हैं।
- OCR (Optical Character Recognition): मुद्रित या हस्तलिखित टेक्स्ट (printed or handwritten text) को स्कैन करके उसे मशीन-पठनीय टेक्स्ट (machine-readable text) में बदलता है।
- OMR (Optical Mark Recognition): कागजों पर चिह्नों या निशानों (जैसे MCQ उत्तर पुस्तिकाओं पर) को पहचानता है।
- MICR (Magnetic Ink Character Recognition): मुख्य रूप से बैंकिंग में उपयोग किया जाता है ताकि चुंबकीय स्याही (magnetic ink) से प्रिंटेड विशेष वर्णों (जैसे Bank Cheque पर) को पढ़ा जा सके।
पिक्सेल (Pixel - Picture Element) एक डिजिटल इमेज का सबसे छोटा बिंदु (smallest point) है। रेजोल्यूशन एक डिस्प्ले पर पिक्सेल की कुल संख्या को संदर्भित करता है, जिसे आमतौर पर चौड़ाई x ऊंचाई (जैसे 1920x1080) के रूप में व्यक्त किया जाता है। उच्च रेजोल्यूशन का मतलब है अधिक पिक्सेल और एक स्पष्ट, अधिक विस्तृत इमेज।
प्लग एंड प्ले एक ऐसी सुविधा है जो कंप्यूटर को एक नया डिवाइस कनेक्ट होने पर उसे स्वचालित रूप से पहचानने और कॉन्फ़िगर करने की अनुमति देती है। उपयोगकर्ता को डिवाइस ड्राइवर को मैन्युअल रूप से इंस्टॉल करने की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे डिवाइस का उपयोग करना आसान हो जाता है। USB डिवाइस इसके सबसे आम उदाहरण हैं।
पोर्ट मदरबोर्ड पर एक कनेक्शन पॉइंट होता है जिसका उपयोग बाहरी उपकरणों (जैसे कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर) को जोड़ने के लिए किया जाता है। स्लॉट मदरबोर्ड पर एक कनेक्शन पॉइंट होता है जिसका उपयोग आंतरिक घटकों (जैसे रैम, ग्राफिक्स कार्ड) को जोड़ने के लिए किया जाता है।
- VGA (Video Graphics Array): एक पुराना एनालॉग (analog) वीडियो पोर्ट है जो निम्न रेजोल्यूशन का समर्थन करता है।
- DVI (Digital Visual Interface): डिजिटल सिग्नल भेजता है, जो VGA से बेहतर गुणवत्ता प्रदान करता है।
- HDMI (High-Definition Multimedia Interface): उच्च-गुणवत्ता वाले डिजिटल वीडियो और ऑडियो दोनों को एक ही केबल में भेजता है।
रिफ्रेश रेट, जिसे हर्ट्ज़ (Hz) में मापा जाता है, यह बताता है कि एक डिस्प्ले स्क्रीन प्रति सेकंड कितनी बार इमेज को अपडेट करती है। एक उच्च रिफ्रेश रेट (जैसे 60Hz से 120Hz) स्मूथ मोशन (Smooth Motion) प्रदान करता है, जो विशेष रूप से गेमिंग और तेज गति वाले वीडियो के लिए महत्वपूर्ण है।
बारकोड रीडर प्रकाश की एक किरण उत्सर्जित करता है और बारकोड की काली और सफेद पट्टियों से परावर्तित प्रकाश की मात्रा को मापता है। यह इस पैटर्न को संख्याओं और अक्षरों में परिवर्तित करता है जिसे कंप्यूटर समझ सकता है।
जॉयस्टिक एक छड़ी (stick) है जो अपने आधार पर घूमती है और गेम में गति को नियंत्रित करती है, यह मुख्य रूप से फ्लाइट सिमुलेटर में उपयोग होती है। गेमपैड को दोनों हाथों से पकड़ा जाता है और इसमें दिशात्मक पैड (Directional pad) और कई बटन होते हैं, जो अधिकांश कंसोल (Console) और पीसी गेम (PC Games) के लिए मानक (Standard) है।
BIOS (Basic Input/Output System) एक पुराना फर्मवेयर है जो कंप्यूटर को बूट करने के लिए उपयोग होता है। UEFI (Unified Extensible Firmware Interface) इसका आधुनिक उत्तराधिकारी (Modern Successors) है। UEFI तेज बूट समय (Faster boot time), बेहतर सुरक्षा और 2TB से बड़ी ड्राइव के लिए समर्थन जैसी सुविधाएँ प्रदान करता है।
- मल्टीटास्किंग: एक उपयोगकर्ता को एक ही समय में कई कार्यों (एप्लीकेशन) के बीच स्विच करने की अनुमति देता है।
- मल्टीप्रोग्रामिंग: मेमोरी में एक से अधिक प्रोग्राम रखता है और जब एक प्रोग्राम I/O की प्रतीक्षा करता है तो सीपीयू दूसरे प्रोग्राम पर स्विच हो जाता है।
- मल्टीप्रोसेसिंग: एक कंप्यूटर में कई सीपीयू (या कोर) होते हैं जो एक साथ कई कार्यों को निष्पादित करते हैं, जिससे वास्तविक समानांतर प्रोसेसिंग (true parallel processing) होती है।
कर्नल ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य घटक है। यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच एक सेतु (Bridge) का काम करता है। यह मेमोरी मैनेजमेंट, प्रोसेस मैनेजमेंट और डिवाइस मैनेजमेंट जैसे सभी आवश्यक कार्यों को नियंत्रित करता है।
स्पूलिंग (SPOOL - Simultaneous Peripheral Operations On-Line) एक प्रक्रिया है जिसमें डेटा को एक बफर (जैसे हार्ड डिस्क) में अस्थायी रूप से रखा जाता है जब तक कि कोई धीमा डिवाइस (जैसे प्रिंटर) उसे प्रोसेस करने के लिए तैयार न हो जाए। यह सीपीयू को अन्य कार्यों को जारी रखने की अनुमति देता है बिना धीमे डिवाइस की प्रतीक्षा किए।
सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर हार्डवेयर और एप्लीकेशन प्रोग्राम को प्रबंधित करने और चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है (उदाहरण: ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइवर)। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को उपयोगकर्ताओं को विशिष्ट कार्यों को करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है (उदाहरण: एमएस वर्ड, वेब ब्राउज़र)।
ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर है जिसका सोर्स कोड (source code) स्वतंत्र रूप से उपलब्ध होता है। कोई भी इसे देख सकता है, संशोधित कर सकता है और वितरित कर सकता है। उदाहरण: लिनक्स (Linux), एंड्रॉइड (Android), फ़ायरफ़ॉक्स (Firefox)।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों, हमने इस लेख में कंप्यूटर फंडामेंटल्स (Computer Fundamentals Questions in Hindi) के Top 40 Questions in Hindi को विस्तार से कवर किया है। ये प्रश्न आपको बेसिक ज्ञान से ऊपर ले जाकर उन अवधारणाओं से परिचित कराते हैं जो अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं (UPSSSC, SSC, Bank & NTPC) में पूछी जाती हैं। इन प्रश्नों का नियमित अभ्यास करने से न केवल आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता (analytical ability) भी बेहतर होगी।
हमें उम्मीद है कि यह संग्रह आपकी तैयारी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस ज्ञान को अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें। हम आगे भी इसी तरह के बेहतरीन प्रश्नों का संग्रह इस Top 40 Seires के माध्यम से लाते रहेंगे।